JDU की दावेदारी पर सियासत तेज, BJP की मांग का धुर विरोधी RJD ने भी किया समर्थन
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JDU की दावेदारी पर सियासत तेज, BJP की मांग का धुर विरोधी RJD ने भी किया समर्थन

बिहार विधानसभा के चुनाव भले ही साल भर बाद हैं, लेकिन एनडीए में मुख्यमंत्री पद का चेहरा कौन होगा, इसको लेकर विवाद लगातार गहराता जा रहा है.

JDU की दावेदारी पर सियासत तेज, BJP की मांग का धुर विरोधी RJD ने भी किया समर्थन

पटना: बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (Nitish Kumar) पर भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) नेता संजय पासवान (Sanjay Paswan) के बयान पर बिहार की राजनीति गरमाती जा रही है. अब बीजेपी की धुर विरोधी राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) ने भी उनका समर्थन किया है. पार्टी के वरिष्ठ नेता शिवानंद तिवारी ने कहा कि न्याय के साथ विकास की बात करने वाले नीतीश कुमार न्याय की राजनीति करते हैं या नहीं, यह देखनेवाली बात होगी. साथ ही उन्होंने कहा कि संजय पासवान ने अपनी पार्टी के कार्यकर्ताओं की बात को आवाज दी है.

बिहार विधानसभा के चुनाव भले ही साल भर बाद हैं, लेकिन एनडीए में मुख्यमंत्री पद का चेहरा कौन होगा, इसको लेकर विवाद लगातार गहराता जा रहा है. एक समय एनडीए के सर्वमान्य चेहरा रहे मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर बीजेपी के नेता ही सवाल उठा रहे हैं. शुरुआत पूर्व केंद्रीय मंत्री और एमएलसी संजय पासवान ने की है. उनके बाद पार्टी के अन्य नेता भी उनके समर्थन में आ गये. अब तो आरजेडी नेता भी उनकी मांग का समर्थन कर रहे हैं.

शिवानंद तिवारी ने कहा है, 'अगर महागठबंधन के डेढ़ साल के शासनकाल को छोड़ दें, तो पिछले 13.5 वर्षों में बीजेपी ने ही नीतीश कुमार को मुख्यमंत्री बना रखा है. उसी के समर्थन से नीतीश कुमार न्याय के साथ विकास की बात कहते आ रहे हैं. हमें तो बीजेपी की मांग जायज लग रही है. अब देखना होगा, नीतीश कुमार न्याय की राजनीति करते हैं या नहीं.' साथ ही उन्होंने कहा कि संजय पासवान ने पार्टी के कार्यकर्ताओं की बात सामने रखी है.

बीजेपी के प्रवक्ता अजीत चौधरी ने संजय पासवान के बयान का समर्थन करते हुए कहा, 'उन्होंने बीजेपी कार्यकर्ताओं के मन की बात को सामने रखा है. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार लंबे समय से हमारे समर्थन से सत्ता में हैं. उसी समय से सुशील मोदी भी डिप्टी सीएम हैं. इसके अलावा केंद्र सरकार में कई मंत्री हैं, जिसमें नित्यानंद राय जैसे नेता शामिल हैं, जो बिहार के मुख्यमंत्री के पद को अच्छी तरह से संभाल सकते हैं.)

वहीं, बीजेपी के एक अन्य प्रवक्ता अजफर शम्सी का कहना है, 'बीजेपी देश ही नहीं दुनिया की सबसे बड़ी पार्टी है. पार्टी का परचम कश्मीर से लेकर कन्याकुमारी तक लहरा रहा है. मुस्लिम देशों ने भी प्रधानमंत्री मोदी की तारीफ की है. उन्हें सम्मान दिया है. सभी लोग बीजेपी नेतृत्व वाला शासन चाहते हैं.'

आरजेडी और बीजेपी नेताओं के बयान पर जेडीयू बचाव की मुद्रा में है. पार्टी के नेता ये जरूर कह रहे हैं कि 2020 में मुख्यमंत्री पद का चेहरा नीतीश कुमार ही होंगे, लेकिन ताजा राजनीतिक बयानों का जवाब कैसे दें, इसके लेकर पसोपेश में हैं. जेडीयू प्रवक्ता निखिल मंडल ने कहा कि 2005 से ही नीतीश कुमार एनडीए का चेहरा रहे हैं. उनकी नेतृत्व में ही 2020 का चुनाव भी होगा. वही एनडीए के नेता होंगे. इसमें संदेह नहीं है. जब सुशील कुमार मोदी ने साफ कर दिया है तो और नेताओं की बात कहां आती है.

अगर चुनाव के हिसाब से देखें तो 2005, 2010 और 2015 ऐसे चुनाव रहे हैं, जो मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के चेहरे पर जीते गए हैं. देश और प्रदेश में बदले राजनीतिक हालात में जेडीयू की तरफ से मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को 2020 का चेहरा घोषित करने की कोशिश की जा रही है, लेकिन परिस्थितियां साथ नहीं दे रही हैं.

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