दिल्ली/ पटना: संसद में विपक्ष ने दिल्ली में हुई हिंसा को लेकर जोरदार हंगामा किया. इस दौरान विपक्षी दलों के सांसदों ने गृहमंत्री अमित शाह (Amit Shah) के इस्तीफे की भी मांग की. इस दौरान लोकसभा में हंगामा बढ़ते देख स्पीकर ओम बिड़ला भी थोड़ा नाराज दिखे. वहीं, विपक्ष के हंगामे पर बीजेपी (BJP) के वरिष्ठ नेता और राज्यसभा सांसद आरके सिन्हा ने जमकर निशाना साधा है.


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उन्होंने कहा कि विपक्ष पर दो कहावत चरितार्थ होती है. पहली खिसियानी बिल्ली खम्भा नोचे और उल्टा चोर कोतवाल को डाटें. बीजेपी सासंद ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) के साढ़े पांच साल का कार्यकाल पूरी तरह दंगा मुक्त रहा और एक भी सांप्रदायिक दंगे नहीं हुए. ये बात कांग्रेस को पच नहीं रहा था तो, इन लोगों ने सुनियोजित ढंग से दंगे की साजिश रची.


आरके सिन्हा ने कहा कि कांग्रेस की अंतिरम अध्यक्ष सोनिया गांधी (Sonia Gandhi), पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी (Rahul Gandhi) और पार्टी महासचिव प्रियंका गांधी (Priyanka Gandhi) ने जनता को भड़काया और झूठी अफवाहें फैलाई है. राज्यसभा सांसद ने कहा कि सोनिया गांधी ने कहा कि घर के बाहर निकलना पड़ेगा, आर-पार की लड़ाई लड़नी पड़ेगी.


वहीं, राहुल गांधी ने कहा की मुल्क की आत्मा खतरे में है और इसको बचाने के लिए एकजुट हो जाओ. जबकि प्रियंका गांधी उन लोगों से भी एक कदम आगे निकल गई. उन्होंने कहा कि लाखों लोगों को बंदी बनाकर सताया जा रहा है. आरके सिन्हा ने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि इन लोगों ने ऐसी-ऐसी झूठी अफवाहें फैलाने कोशिश की है. साथ ही दंगा कराने के लिए टाइमिंग अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप (Donald Trump) के भारत दौरे के दिन को चुना.


उन्होंने कहा कि इन लोगों को पता था कि इस दिन पुलिस कोई कार्रवाई करेगी नहीं, लेकिन फिर भी दंगो पर नियंत्रण पाया गया. आरके सिन्हा ने कहा कि 1984 में तीन दिन में 3000 से ज्यादा लोग मारे गए थे. बीजेपी सांसद ने कहा कि पार्टी, जनता और संवेदनशील व्यक्तियों को दिल्ली में मारे गए लोगों का दुख है, लेकिन मरवाने वाले और दंगा कराने वाले लोग सदन में हंगामा कर रहे हैं.