स्वामी अग्निवेश पर हमले के आरोपियों को बचा रही है सरकार : वृंदा करात
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स्वामी अग्निवेश पर हमले के आरोपियों को बचा रही है सरकार : वृंदा करात

वृंदा करात ने कहा कि उनकी आवाज को दबाने के लिए इस प्रकार का हमला कराया गया.

रांची में मीडिया से बत करती हुईं वृंदा करात. (तस्वीर- IANS)

पाकुड़ : माकपा पोलित ब्यूरो की सदस्य वृंदा करात स्वामी अग्निवेश पर जानलेवा हमले से संबंधित जानकारी लेने पाकुड़ पहुंची. एसपी शैलेन्द्र प्रसाद वर्णवाल और डीसी दिलीप कुमार झा से मिलने के बाद मीडिया से बात करते हुए उन्होंने हमले की कड़ी निंदा की. साथ ही उन्होंने कहा कि स्वामी अग्निवेश को पहाड़ियों के एक कार्यक्रम में शामिल होना था, जिसमें उनके न्याय और लड़ाई के बारे में बताना था.

वृंदा करात ने कहा कि उनकी आवाज को दबाने के लिए इस प्रकार का हमला कराया गया. साथ ही उन्होंने कहा कि पाकुड़ में जो हुआ है उसे सुप्रीम कोर्ट ने देखा है.

झारखंड सरकार पर लगाया दोषियों को बचाने का आरोप
मीडिया से बात करते उन्होंने कहा, 'जय श्रीराम और हाथ में भगवा झंडा थामने पर अपराध करने की छूट मिली हुई है. जलाकर हत्या करें, लोगों को जमीन पर गिराकर लात मारें, कभी गाय के नाम पर, तो कभी बच्चों के अपहरण के नाम पर मॉब लिंचिंग करें, इन्हें पूरी छूट मिली हुई है.' उन्होंने राज्य की बीजेपी सरकार पर ऐसे अपराधियों को संरक्षण देने का आरोप लगाया.

'मॉब लिंचिंग के खिलाफ कठोर कानून बने'
वृंदा करात ने स्वामी अग्निवेश पर हुए हमलावर को छोड़ने का आरोप लगाया. उन्होंने कहा कि मेरे पास नामजद अभियुक्त की एफआईआर कॉपी है. इनकी गिरफ्तारी कब होगी, किसी को पता नहीं. उन्होंने आरोप लगाया कि पुलिस वालों पर ऊपर से ही आदेश है आरोपियों को बचाकर रखने की. करात ने मांग की कि सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद मॉब लिंचिंग के खिलाफ एक कठोर कानून बने.

पाकुड़ में हुआ था स्वामी अग्निवेश पर हमला
अक्सर विवादों में रहने वाले स्वामी अग्निवेश को झारखंड के पाकुड़ में कुछ लोगों ने निशाना बनाया. स्वामी अग्निवेश असमाजिक तत्वों के गुस्से का शिकार बन गए. अग्निवेश दरअसल पाकुड़ में एक कार्यक्रम में शामिल होने पहुंचे थे. इस दौरान स्वामी अग्निवेश की पिटाई भी की गई और स्वामी वापस जाओ के नारे भी लगाए गए. खबरों की माने तो बीजेपी के कार्यकर्ताओं ने इस घटना को अंजाम दिया है.