ACP लिपि की इस चूक से हो सकता है विधायक अनंत सिंह को फायदा, जानिए क्या है पूरा मामला
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ACP लिपि की इस चूक से हो सकता है विधायक अनंत सिंह को फायदा, जानिए क्या है पूरा मामला

पूर्व आईपीएस अशोक सिंह ने भी माना है कि अनुभव की कमी के कारण लिपि सिंह पॉलिटिकल विवादों में फंस गयी हैं. 

लिपी सिंह के द्वारा इस्तेमाल की गई गाड़ी ने अनंत सिंह के केस में टर्निंग प्वाईंट ला दिया है.

पटना: बाहुबली विधायक अनंत सिंह को गिरफ्तार करने दिल्ली पहुंची बाढ़ एसीपी लिपि सिंह की एक चूक ने उनकी मुश्किलें बढ़ा दीं हैं. लिपि सिंह पर अब केस से अलग होने का खतरा मंडराने लगा है या फिर सुरक्षा की दृष्टि से अनंत सिंह द्वारा अपना केस अब दूसरे राज्य में ट्रांसफर कराने के हालात बन रहे हैं. दरअसल, दिल्ली के साकेत कोर्ट में सांसद की गाड़ी से पहुंचना एसीपी लिपि सिंह के लिए भारी पड़ता नजर आ रहा है.

अनंत सिंह को लेकर दिल्ली पहुंचीं एसीपी लिपि सिंह मुश्किलों में पड़ गयी हैं. जिस केस को लेकर उन्हें दुनिया भर की सुर्खियां मिल रही थीं. आज उसी केस की वजह से उनकी फजीहत भी हो रही है. विधायक अनंत सिंह को पकड़ पाने में फेल होने की किरकिरी झेल रहीं लिपि के लिए एक नई मुसीबत सामने आ खड़ी हुई है.

 

दरअसल, अनंत सिंह के दिल्ली के साकेत कोर्ट में सरेंडर करने के बाद लिपि सिंह उसे गिरफ्तार करने दिल्ली पहुंची थीं. लेकिन कोर्ट जाने के लिए उन्होंने सरकारी गाड़ी के बजाय एक सांसद की गाड़ी का इस्तेमाल किया. गाड़ी भी ऐसी जिसने अलग ही विवाद को जन्म दे दिया. गाड़ी बिहार के एमएलसी रणवीर नंदन की बतायी जा रही है. लेकिन, उस पर स्टीकर राज्यसभा सांसद का लगा है. चूंकि लिपि सिंह के पिता आरसीपी सिंह राज्यसभा के सांसद हैं, इसलिए ये माना जा रहा है कि लिपि सिंह अपने पिता की गाड़ी से कोर्ट पहुंची थीं.

लेकिन सवाल इसलिए भी उठ रहे हैं कि आखिर एमएलसी की गाड़ी पर राज्यसभा के एमपी का स्टीकर क्यों लगा है. उससे भी बड़े सवाल ये खड़े हो रहे हैं कि आखिर सरकारी काम के लिए दिल्ली पहुंची लिपि सिंह ने सरकारी गाड़ी का इस्तेमाल करने की बजाय सांसद की गाड़ी का इस्तेमाल क्यों किया.

इधर लिपि सिंह के द्वारा इस्तेमाल की गई गाड़ी ने अनंत सिंह के केस में टर्निंग प्वाईंट ला दिया है. गौरतलब है कि अनंत सिंह लगातार लिपि सिंह पर राजनीतिक साजिश के तहत उन्हें परेशान करने का आरोप लगाते रहे हैं. अनंत सिंह ने साफतौर पर आरोप लगाया है कि लिपि सिंह, सांसद आरसीपी सिंह की बेटी हैं, जो जेडीयू के बड़े नेता हैं. उन्हीं के कहने पर ललन सिंह, नीरज कुमार के साथ मिलकर लिपि सिंह विधायक अनंत सिंह को फंसा रही हैं.

पटना हाईकोर्ट के एडवोकेट शांतनु कुमार भी मानते हैं कि घटनाक्रम ने अनंत सिंह के आरोपों को सही ठहरा दिया है. अब तथ्यों के आधार पर विधायक अनंत सिंह कोर्ट से लिपि सिंह को केस से अलग करने की मांग कर सकते हैं. साथ ही सुरक्षा के लहजे से वो अपना केस दूसरे स्टेट में ट्रांसफर किये जाने की भी अर्जी कोर्ट में दे सकते हैं, जिसपर कोर्ट विचार कर सकता है.

इधर पूर्व आईपीएस अशोक सिंह ने भी माना है कि अनुभव की कमी के कारण लिपि सिंह पॉलिटिकल विवादों में फंस गयी हैं. हालांकि अशोक सिंह ने मामले में किसी भी कानूनी चूक से साफ इनकार किया है. पूर्व आईपीएस ने कहा है कि सरकार की ओर से पुलिस पदाधिकारियों को टीए भत्ता दिया जाता है. लेकिन जल्दबाजी में लोग अपने परिचितों की गाड़ी का इस्तेमाल करते हैं. लिपि सिंह ने भी अपने पिता की गाड़ी यूज की होगी.

मामला कानूनी विवाद से ज्यादा पॉलिटिकल विवाद का हो गया है. कुल मिलाकर कहा जाय तो पटना पुलिस का दांव बाहुबली के आगे उल्टा ही पड़ता जा रहा है. ऐसे में लिपि सिंह की चूक अनंत सिंह को कितना फायदा पहुंचा पाती है देखना दिलचस्प होगा.