राजधानी पटना में एक बार फिर से अतिक्रमण के खिलाफ अभियान की शुरुआत की गई है.
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पटनाः राजधानी पटना में एक बार फिर से अतिक्रमण के खिलाफ अभियान की शुरुआत की गई है. 31 अगस्त तक चलने वाले इस अभियान में राजधानी में स्थाई और अस्थाई तौर पर बने अतिक्रमण को हटाया जाएगा. दावा है कि पिछली बार के विपरीत इस बार जो अतिक्रमण के खिलाफ जो अभियान चलाया जाएगा उससे पटना की सड़कें चौड़ी होंगी और राजधानी एक अलग तस्वीर के साथ सामने आएगी.
पटना में इनकम टैक्स से दानापुर तक की सड़क बेली रोड के नाम से जानी जाती है. इसी रोड के दोनों तरफ आज की तारीख में भारी अतिक्रमण है. आज पहले दिन आनंद किशोर ने बेली रोड को और चौड़ा करने के निर्देश दिए. दोनों तरफ में बनी अस्थाई नर्सरी, बस पड़ाव और फुटपाथ को जेसीबी की मदद से हटाया जा रहा है.
पटना वीमेंस कॉलेज के सामने बने फुट ओवर ब्रिज को तोड़कर इसे चौड़ा कर दिया जाएगा. आनंद किशोर के मुताबिक, अतिक्रमण के खिलाफ अभियान की हर दिन समीक्षा होगी और 31 अगस्त तक पहले चरण का काम पुरा होगा. हालांकि पिछले साल भी इस सीजन में अतिक्रमण विरोधी अभियान चलाया गया लेकिन दोबारा उसी जगह अतिक्रमण हो जाने के बाद जिला प्रशासन और नगर निगम की काफी किरकिरी हुई थी.
बताया गया है कि डाकबंग्ला चौराहा से सगुना मोड़,फ्रेजर रोड,एग्जिबिशन रोड, कंकड़बाग पूरबी बायपास रोड, बोरिंग कैनाल रोड से राजापुर पुल तक के सड़कों की नापी कर लाल निशान लगाया है. जहां जहां लाल निशान लगाया गया है उसे बुलडोजर और जेसीबी के जरिए हटाया जाएगा.
राजधानी में रोजाना पटना वीमेंस कॉलेज के सामने स्कूली और कॉलेज की गाड़ियों की वजह से जाम लगता है और इसलिए वीमेंस कॉलेज की बाउंड्री के बगल में तीन लेन सड़क बनाई जाएगी. शनिवार को प्रमंडलीय आय़ुक्त आनंद किशोर के सामने ही बिहार म्यूजियम के सामने से अतिक्रमण को हटाया गया और सड़कों को चौड़ा किया गया.
प्रमंडलीय आयुक्त आनंद किशोर ने वीमेंस कॉलेज की बाउंड्री से सटे अतिक्रमण को हटाने का भी निर्देश दिया. यहां पर एक ड्रेनेज भी जिसे कवर कर इस पर सड़क बनाई जाएगी. अतिक्रमण के दौरान किसी तरह की कोई कठिनाई न हो इसके लिए आठ दल बनाए गए हैं और भारी संख्या में पुलिस की भी तैनाती की गई है.
इसी बीच राजधानी में आज से शहर में ट्रैफिक की नई व्यवस्था भी लागू की गई है जिसके मुताबिक करबिगहिया रेलवे स्टेशन से चिरैयाटांड़ की तरफ और स्टेशनन रोड से जमाल रोड जाने की इजाजत नहीं दी गई है. बिहार के सबसे बड़े शहर पटना की हकीकत भीषण जाम भी है. कई बार अतिक्रमण के खिलाफ कार्रवाई की गई लेकिन कुछ दिन बाद फिर से अतिक्रमण हो गया.
अतिक्रमण हटाने के लिए पिछले दिनों ट्रैफिक एसपी, जिला प्रशासन, नगर निगम के आला अधिकारियों की संयुक्त बैठक भी हुई. जिसके बाद अतिक्रमण के खिलाफ मेगा अभियान की शुरुआत हुई है. अब ये अभियान कितना सफल होगा इसकी असली जांच रिपोर्ट दो हफ्ते बाद ही लोगों को देखने को मिलेगी.