इंडो-नेपाल सीमा पर जोर-शोर से चल रही छठ की तैयारी, अब तक नहीं हुई है घाटों की सफाई
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इंडो-नेपाल सीमा पर जोर-शोर से चल रही छठ की तैयारी, अब तक नहीं हुई है घाटों की सफाई

नारायणी गंडक नदी समेत रामरेखा नदी व अन्य छठ घाटों की साफ सफाई और साज सज्जा में स्थानीय लोग ख़ुद से जुटे हुए हैं तो वहीं छठ वर्ती महिलाएं प्रसाद बनाने वाले अनाज को धोकर उसे सुखाने समेत अन्य तैयारियों में जुटी हैं . 

छठ वर्ती महिलाएं नदी किनारे तैयारियों में जुटी हैं.

इमरान अजीज, बगहा: लोक आस्था और उपासना के महापर्व की तैयारियां इंडो नेपाल सीमा पर जोर शोर से चल रही हैं. नारायणी गंडक नदी समेत रामरेखा नदी व अन्य छठ घाटों की साफ सफाई और साज सज्जा में स्थानीय लोग ख़ुद से जुटे हुए हैं तो वहीं छठ वर्ती महिलाएं प्रसाद बनाने वाले अनाज को धोकर उसे सुखाने समेत अन्य तैयारियों में जुटी हैं . 

नहाय खाय के साथ बुधवार से शुरू होने वाले 4 दिनों का महापर्व छठ पूजा को लेकर सरहद पर दोनों देशों के श्रद्धालु गंडक नदी घाट पर एक साथ दोनों किनारों पर डूबते और उगते सूर्य को अर्घ्य देने पहुंचेंगे. दरअसल इंडो नेपाल सीमा पर स्थित त्रिवेणी संगम तट पर नारायणी गंडक नदी के दोनों छोर पर भारत और नेपाल के लोग धूम धाम से छठ का महापर्व एक साथ सदियों से मनाते चले आ रहे हैं लेकिन इस बार कोरोना काल में बॉर्डर सील बंद होने के कारण लोग बेटी-रोटी के रिश्ते की डोर में बंधे होने के बावजूद एक दूसरे से थोड़े दूर जरूर हो गए हैं लेकिन उत्साह और उल्लास में कोई कमी नहीं आई है यहीं वजह है की छठ वर्ती महिलाएं नदी किनारे तैयारियों में जुटी हैं. 

बिहार के सबसे बड़े इस महापर्व को लेकर लोग पूजा सामग्रियों की खरीदारी के साथ छठ घाटों की सफाई और सामाजिक कार्यकर्ता वस्त्र समेत फल मूंग यहां तक कि आर्थिक मदद समेत छठ घाटों की साफ सफाई और रग रोगन में ख़ुद से लगे हुए हैं. पश्चिम चंपारण जिला में प्रशासन अभी तक इस बार छठ पूजा को लेकर उदासीन नजर आ रहा है. छठ पर्व के नजदीक आ जाने के बावजूद जिला प्रशासन और नगर परिषद या नगर पंचायत की तरफ से छठ घाट की पूरी तरह से सफाई नहीं की गयी है.

कोरोना काल में हो रहे महापर्व छठ पूजा को लेकर जिला प्रशासन के तरफ़ से अभी तक कोई गाइडलाइन भी जारी नहीं किया गया है. जिला प्रशासन और नगर परिषद के इस उदासीन रवैये से आम जन में नाराजगी भी है लेकिन आस्था और श्रद्धा के साथ इनके उत्साह में कमी नहीं है . बता दें कि सरकार के निर्देश पर जिला प्रशासन ने यह गाइडलाइन जारी किया है कि लोग छठ पर्व को लेकर घरों से ही आस्था के पर्व का आनंद लें और कोविड 19 के गाइडलाइंस का भी ख्याल रखा जाए.

इसे लेकर सामाजिक संगठनों के कार्यकर्ता सैनिटाइजर समेत मास्क मुहैया कराने की कवायद में जुटे कौमी एकता की मिसाल कायम कर रहे हैं तो सुरक्षा व्यवस्था के लिहाज़ से एसएसबी 21 वी बटालियन की टीम और पुलिस प्रशासन पूरी मुस्तैदी में सीसीटीवी कैमरों के ज़रिए चप्पे चप्पे पर नज़र डालें हुए है एसडीपीओ बगहा कैलाश प्रसाद ने ख़ुद महापर्व छठ को लेकर थानेदारों के साथ विशेष समीक्षा बैठक कर ज़रूरी निर्देश दिए हैं ताकि शांति पूर्ण और सौहारद्रपूर्ण तरीके से पर्व संपन्न कराया जा सके.