चिराग पासवान ने लॉन्च किया विजन डॉक्यूमेंट, पापा को याद कर हुए इमोशनल
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चिराग पासवान ने लॉन्च किया विजन डॉक्यूमेंट, पापा को याद कर हुए इमोशनल

बिहार विधानसभा चुनाव के लिए एलजेपी ने विजन डॉक्यूमेंट जारी कर दिया है. जिसमें रोजगार के लिए रोजगार पोर्टल बनाने का वादा किया गया है. 

बिहार विधानसभा चुनाव के लिए एलजेपी ने विजन डॉक्यूमेंट जारी कर दिया है.

पटना: बिहार विधानसभा चुनाव के लिए एलजेपी ने विजन डॉक्यूमेंट जारी कर दिया है. जिसमें रोजगार के लिए रोजगार पोर्टल बनाने का वादा किया गया है. साथ ही जीविका मित्र को वेतन देने का वादा किया गया है. विजन डॉक्यूमेंट का नाम बिहार फर्स्ट बिहारी फर्स्ट रखा गया है. 

मां से आशीर्वाद लेकर निकले चिराग
दरअसल यह लॉन्चिंग पहले सितंबर महीने में होने थी लेकिन पहले पिता रामविलास पासवान के अस्वस्थ होने और फिर उनके निधन के बाद विजन डॉक्युमेंट की लॉन्चिंग टलती चली गई. आज अपनी मां से आशीर्वाद लेकर चिराग पासवान प्रचार शुरू करने निकलेंगे. 

पापा को किया याद
चिराग पासवान ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि यह पहली ऐसी चीज है जो पापा के बिना कर रहा हूं. इससे पहले हमेशा वह मंच साझा करते थे या फिर उनका दिशा निर्देश होता था लेकिन कई अब अब बातें ऐसी हैं जो कि मन को आहत करती है उनके ना रहने से लेकिन हिम्मत भी उन्हीं के प्रेरणा से मिलती है. बिहार फर्स्ट बिहारी फर्स्ट का उनका जो विजन है वह इसमें शामिल है. उन्होंने कहा कि जब बिहार फर्स्ट बिहारी फर्स्ट का प्रारूप तैयार किया जा रहा था तो हॉस्पिटल से भी उनका मार्गदर्शन मिलता रहा.

नली-गली बनाना विकास नहीं
चिराग पासवान ने लॉन्चिंग के मौके पर कहा कि मैं बिहार से हूं बिहारी हूं पढ़ा लिखा हूं और मैं जानता हूं कि किस तरह की समस्या किन के बीच में है. हमारा देश विकास के नए-नए आयाम गढ़ रहा है नए पैमाना प्रतिदिन हासिल किए जा रहे हैं वहीं, दूसरी ओर बिहार में आज भी हमारा मापदंड बेहद छोटा है. विकास के मामले में, मैं नहीं मानता कि नली गली बनाने से विकास होता है. नाली-गली तो कब का बन जाना चाहिए था इन तमाम बातों का समाधान अब तक हो जाना चाहिए था जो कि नहीं हुआ. 

पलायन बड़ी समस्या
चिराग पासवान ने कहा कि हर घर बिजली पहुंचाने की बात हर घर हर खेत में बिजली पहुंचाने की बात अभी कर रहे हैं अभी तक यह पहुंच जाना चाहिए था लेकिन यह नहीं हुआ. पलायन हमारे प्रदेश की सबसे बड़ी समस्या है धीरे-धीरे देश जहां एक ओर तरक्की कर रहा है लेकिन बिहार से लोग पलायन कर रहे हैं. छात्रों की जो हालत है शिक्षा प्रणाली है यह भी बिहार में बदतर है. जब तक यह सही नहीं होगा विकसित बिहार का सपना पूरा नहीं हो सकता. 

सिर्फ जातीय समीकरण रहा हावी
चिराग पासवान ने नीतीश कुमार के सुशासन और विकास के दावों पर तंज कसते हुए कहा कि पिछले तीन दशक से सिर्फ बिहार के विकास की चर्चा ही सिर्फ हो रही है लेकिन वास्तविकता में और धरातल पर कुछ नहीं है. स्वास्थ्य की हालत बिहार में बेहद खराब है अब तक बिहार में सिर्फ जातीय समीकरण के आधार पर सरकार बनती रही और सरकार हटती रही है.

मैं बिहार के मुद्दे पर राजनीति नहीं कर रहा
चिराग पासवान ने कहा कि पिछले तीन दशक से सिर्फ बिहार के विकास की चर्चा ही सिर्फ हो रही है लेकिन वास्तविकता में और धरातल पर कुछ नहीं है. वोट बैंक की राजनीति हो रही है लेकिन सही में बिहार के मुद्दे को लेकर कोई राजनीति नहीं कर रहा. बिहार का नेतृत्व करने के नाते जिन का दायित्व होना चाहिए था कि जाति व्यवस्था कैसे दूर हो संप्रदायिकता के खिलाफ किस तरीके से मुहिम चलाई जाए यह नहीं सोचा जा रहा है. 

दलित को महादलित, पिछड़ा को अति पिछड़ा बनाने की राजनीति
चिराग पासवान ने बिहार की पूरी राजनीति पर ही सवाल उठाते हुए कहा कि जाति व्यवस्था कैसे दूर हो संप्रदायिकता के खिलाफ किस तरीके से मुहिम चलाई जाए यह नहीं सोचा जा रहा है. संप्रदायिकता को जो बढ़ावा देता है उनके नेतृत्व में काम हो रहा है दलित को महा दलित पिछड़ा को अति पिछड़ा मे बांटना इस तरीके से राजनीत हो रही है. लेनदेन करके वोट बैंक बनाया जा रहा है किसी को यह दे देंगे किसी को वह दे देंगे नकद बांटकर लोगों को कमजोर बनाया जा रहा है. 

सीएम पर तंज
उन्होंने नीतीश कुमार पर तंज कसते हुए कहा कि  अब मुख्यमंत्री यह कहते हैं कि चारों ओर जमीन से घिरा हुआ राज्य है बिहार इसलिए उद्योग नहीं लग सकते लेकिन पंजाब हरियाणा और दूसरे राज्यों को देखिए जहां पर हजारों की संख्या में उद्योग धंधे लगे हैं. यहां पर जो कल कारखाने चल रहे थे वह भी बंद हो गए लगातार मुख्यमंत्री जी से आग्रह किया कि जो बंद पड़े हैं उद्योग धंधे उसे पहले खुलवाने की बात हो लेकिन कुछ भी नहीं हुआ. 

सीएम की सोच युवा विरोधी
चिराग पासवान ने कहा है कि हमारे मुख्यमंत्री की सोच ही नहीं है इस तरह कि युवा विरोधी सोच के साथ हमारे मुख्यमंत्री हैं जो चाहते ही नहीं है कि हमारे प्रदेश का युवा आगे बढ़े और यही वजह है कि अब समय आ गया है बिहार फर्स्ट बिहारी फर्स्ट की लड़ाई को आगे ले जाए जाए.  जेपी के दौर से जो निकले हैं उनका आंदोलन छात्र और छात्रों के विकास के लिए ही था उनके हितों के लिए था लेकिन आज उन लोगों पर ध्यान नहीं दिया जा रहा है. 

संसाधनों का रोना रोते रहे
चिराग ने नीतीश कुमार पर आरोप लगाते हुए कहा कि सीएम संसाधनों का रोना रोते रहे लेकिन लॉक डाउन में किसी की कोई मदद नही की. बिहारी प्रवासी मजदूरों और छात्रों के साथ गैरों जैसा व्यवहार किया. लॉक डाउन में ये सिर्फ बहाना बनाते रहे और लोगो को अपने हालात पर मरने के लिए छोड़ दिया. मुख्यमंत्री खामोश रहे लेकिन उचित कदम नहीं उठाया. 

उन्होंने कुछ नहीं किया
चिराग पासवान ने कहा कि सीएम कहते हैं कि मैंने राहत पहुंचाया है जबकि सबकुछ केंद्र की मदद से हुआ है. हमारे सीएम ने ना लॉकडाउन में न बाढ़ में न जल जमाव में कुछ किया है. तमाम मुद्दों पर सीएम खामोश रहे. उन्होंनों सवालिया लहजे में कहा कि पिछले 15 वर्षों में राजस्व बढ़ाने के।लिए मुख्यमंत्री ने क्या किया? जमीन को लेकर कोई बात नहीं करते तो उद्योग कैसे लगेगा. अनंत संभावनाएं हैं बिहार में लेकिन अनन्त समस्या है यहां इसे दूर क्यों नही किया गया.