एक साथ पूरे देश में 9 मिनट बिजली बंद होने से फेल हो जाएगा ग्रिड- कांग्रेस MLC
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एक साथ पूरे देश में 9 मिनट बिजली बंद होने से फेल हो जाएगा ग्रिड- कांग्रेस MLC

चूंकि पावर प्लांट आपस में जुड़े रहते हैं तो एक के बाद एक पावर प्लांट बंद हो सकते हैं जिसके कारण ग्रिड फ़ेल हो सकती है और ग्रिड को रिस्टोर करने में 24 से 48 घंटे लग सकते हैं. इससे इमरजेंसी सेवाएं भी बुरी तरह प्रभावित होंगी. 

कांग्रेस MLC का पीएम मोदी के बयान पर पलटवार- एक साथ पूरे देश में 9 मिनट बिजली बंद होने से फेल हो जाएगा ग्रिड.

पटना: बिहार के कांग्रेस नेता प्रेमचंद मिश्रा ने कहा कि प्रधानमंत्री ने जो 9 मिनट लाइट बंद करने की बात समूचे देश के लिए कही है वह इस कोरोना की आपात स्थिति में दूसरी आपात स्थिति को निमंत्रण दे सकती है और पूरे देश की लाइट 24 से 48 घंटे के लिए जा सकती है. 

उन्होंने कहा कि अभी लॉकडाउन के कारण इंडस्ट्रियल लोड काफी कम है और देश के सारे पावर प्लांट कम लोड पर चल रहे हैं. जब सप्लाई और डिमांड में गैप नहीं रहती तब ग्रिड फ्रिक्वेंसी 50 हर्ट्ज रहती है.   

सारे पावर प्लांट लगभग 50 हर्ट्ज की फ्रीक्वेंसी पर चलते हैं. थोड़ा बहुत मांग और आपूर्ति में फ्लक्चुएशन होता रहता है. सभी आपस में सिंक्रोनाइज़्ड रहते हैं. जब सप्लाई ज़्यादा और डिमांड कम हो जाती है तब फ्रीक्वेंसी 50 हर्ट्ज से ज़्यादा हो जाती है.

अगर एक साथ पूरे देश में 9 मिनट के लिए लाइट बंद की जाएगी तो डिमांड एकदम घट जाएगी और फ्रीक्वेंसी एकदम शूटअप होगी. इसी तरह एकदम लाइट चालू होने पर इसका उल्टा होगा, अर्थात अगर हम एक साथ लाइट चालू और बंद करेंगे तो ग्रिड डिस्टर्बेंस हो जाएगा और फ्रीक्वेंसी और वोल्टेज फ्लक्चुएशन से पावर प्लांट ट्रिप होने की संभावना बन जाएगी. 

चूंकि पावर प्लांट आपस में जुड़े रहते हैं तो एक के बाद एक पावर प्लांट बंद हो सकते हैं जिसके कारण ग्रिड फ़ेल हो सकती है और ग्रिड को रिस्टोर करने में 24 से 48 घंटे लग सकते हैं. इससे इमरजेंसी सेवाएं भी बुरी तरह प्रभावित होंगी. 

कांग्रेस नेता ने कहा कि एक बार 30 एवं 31 जुलाई 2012 में इस प्रकार की स्थिति निर्मित हुई थी और आधे देश में अंधकार फैल गया था. तब मिनिस्ट्री ऑफ पावर ने एक्सपर्ट ग्रुप गठित किया था, जिसने अपनी रिपोर्ट में इस तरह की परिस्थिति से हमेशा बचने की सलाह दी थी. 

उन्होंने कहा कि सभी प्रदेशों की पावर जेनेरेशन कंपनियां इस परिस्थिति को लेकर बेहद तनाव में हैं और कई प्रदेशों ने लिखित रूप में अपनी चिंता भी व्यक्त की है. अभी देश इमरजेंसी के दौर से गुजर रहा है. 

मोदी जी के इस लाइट बंद करने के आह्वान से कहीं जरूरी सेवाओं की बिजली आपूर्ति 24 से 48 घंटे के लिये न रुक जाए और दूसरी इमरजेंसी के हालात न उत्पन्न हो जाए.