झारखंड में जिस रफ्तार से कोरोना संक्रमण फैल रहा है, उस लिहाज से से राज्य सरकार अब जरूरी कदम उठा रही है. अब स्वास्थ्य विभाग प्लाज्मा थेरेपी से इलाज की दिशा में कदम बढ़ा चुकी है.
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रांची: झारखंड में जिस रफ्तार से कोरोना संक्रमण फैल रहा है, उस लिहाज से से राज्य सरकार अब जरूरी कदम उठा रही है. अब स्वास्थ्य विभाग प्लाज्मा थेरेपी से इलाज की दिशा में कदम बढ़ा चुकी है. रिम्स में अब प्लाज्मा से कोरोना संक्रमित का इलाज होगा इसके लिए जो कोरोना संक्रमण से ठीक हो चुके हैं. उनके प्लाज्मा की आवश्यकता कोरोना संक्रमित के इलाज में होगी.
हाल ही में कोरोना को मात देकर रिम्स से घर लौटे झारखंड के पेयजल आपूर्ति मंत्री मिथलेश ठाकुर ने अपना प्लाज्मा डोनेट करने का एलान किया है. आपको बता दें कि 28 जुलाई से झारखंड में प्लाज्मा थेरेपी की शुरुआत होने जा रही है.
खुद सीएम हेमंत सोरेन इसकी शुरुआत करेंगे. मंत्री मिथलेश ठाकुर ने कहा वो चाहते हैं राज्य में सबसे पहला प्लाज्मा डोनर के रूप में उनका नाम आए. साथ ही राज्य में कोरोना को मात देने वाले सभी लोगों से प्लाज्मा डोनेट करने की अपील भी कर रहे हैं.
रिम्स के चिकित्सक डॉक्टर उमेश प्रसाद ने बताया प्लाज्मा में इम्यूनोग्लॉबिन होता है. जो मरीज संक्रमण को मात देता है यानी कोरोना से ठीक हो जाता है. उसके शरीर मे इम्यूनोग्लॉबिन डेवलप होता है , जो संक्रमित व्यक्ति के शरीर मे इम्यूनोग्लॉबिन नहीं होता है और बनने में 3 से 4 महीने लगता है, जो रोगी ठीक होता है, उसके ब्लड से प्लाज्मा निकाल कर कोविड मरीज में डाला जाता है.