बिहार में कोरोना मरीज बढ़ना चिंता का विषय, लॉकडाउन को गंभीरता से ले जनता: चौबे
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बिहार में कोरोना मरीज बढ़ना चिंता का विषय, लॉकडाउन को गंभीरता से ले जनता: चौबे

अश्विनी चौबे ने कहा कि, नेशनल सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल (एनसीडीसी) की टीम बिहार का दौरा करेगी. स्वास्थ्य मंत्रालय के अधिकारी बिहार से लगातार संपर्क में है.

बिहार में कोरोना मरीज बढ़ना चिंता का विषय, लॉकडाउन को गंभीरता से ले जनता: चौबे.

पटना: केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण राज्य मंत्री अश्विनी कुमार चौबे ने पटना के रहने वाले प्लाज्मा डोनर (Plasma Donor) दीपक कुमार से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए बातचीत कर, उनकी हौसला अफजाई कर बधाई एवं शुभकामनाएं दी.

उन्होंने कहा कि, दीपक ने प्लाज्मा दान कर ईश्वरीय कार्य किया है. एक महीने में दो बार इन्होंने यह कार्य करने का काम किया है. जो समाज के लिए हम सभी के लिए प्रेरणा का स्रोत है. वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से केंद्रीय स्वास्थ्य राज्य मंत्री चौबे ने सामाजिक संगठनों, डॉक्टरों, रेड क्रॉस सोसाइटी आदि प्रतिनिधियों से बातचीत कर प्लाज्मा दान के प्रति जन जागरूकता अभियान चलाने पर चर्चा की. इसमें स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा हर संभव मदद उपलब्ध कराने का भरोसा दिलाया.

सभी अड़चनें की जाएंगी दूर
केंद्रीय स्वास्थ्य राज्य मंत्री चौबे ने कहा कि, प्लाज्मा बैंक को लेकर स्वास्थ्य मंत्रालय के अधिकारी पटना एम्स (AIIMS) से लगातार संपर्क में है. किसी तरह की भी परेशानी ना हो, इसका पूरा ख्याल रखा जा रहा है. बिहार में प्लाज्मा दान के प्रति लोगों में जागरूकता बढे़. पटना सहित बिहार के अन्य जिलों में भी प्लाज्मा बैंक के खुलें, इसके लिए हर संभव कदम उठाया जाएगा. 

एक्सपर्ट का वीडियो बनाकर उसका प्रचार प्रसार किया जाएगा. प्लाज्मा दान के लिए कोविड-19 से ठीक हुए मरीज आगे आए, इसके लिए स्वयंसेवी संगठन के साथ-साथ सरकारी स्तर पर भी प्रयास किया जाएगा. इसे लेकर मुकेश हिसारिया एवं अमित कुमार अग्रवाल की टीम द्वारा किए जा रहे कार्यों सराहना की.

उन्होंने डॉक्टर नेहा सिंह के प्रयासों के लिए हौसला अफजाई की. प्लाज्मा डोनर दीपक कुमार ने बताया कि, कोविड-19 से ठीक होने के उपरांत एक निश्चित समय अवधि के बाद, मैंने एक माह में दो बार प्लाज्मा दान किया है. दीपक ने 5 जून एवं 10 जुलाई को अपना प्लाज्मा दान किया.

उन्होंने केंद्रीय स्वास्थ्य राज्य मंत्री चौबे के साथ अपना अनुभव साझा किया. केंद्रीय राज्य मंत्री ने दीपक की प्रशंसा करते हुए कहा कि, जीवन दान से बढ़कर कुछ भी नहीं है. महा कल्याण का कार्य है. उन्होंने कोविड-19 से ठीक हो चुके लोगों से आग्रह किया कि, वे दूसरों के जान की रक्षा के लिए प्लाज्मा दान करें. इसके लिए पटना एम्स से संपर्क कर सकते हैं.

NCDC की टीम करेगी बिहार का दौरा
अश्विनी चौबे ने कहा कि, नेशनल सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल (एनसीडीसी) की टीम बिहार का दौरा करेगी. स्वास्थ्य मंत्रालय के अधिकारी बिहार से लगातार संपर्क में है. हाल ही के दिनों में दिशा-निर्देशों को लेकर लापरवाही बरतने की वजह से बिहार में कोरोना के मरीजों की संख्या में बढ़ोतरी हुई है. यह चिंता का विषय है. एक बार पुनः बिहार में लॉकडाउन (Lockdown) लगा है. इसे सभी गंभीरता से लें. किसी भी सूरत में लापरवाही नहीं बरतनी है. सतर्क एवं संयम के साथ दिशा निर्देशों का पालन करना है.

उन्होंने कहा कि बिहार का रिकवरी डेट 71 फीसदी है. केंद्र एवं बिहार सरकार मिलकर लगातार कोविड-19 की स्थिति पर पैनी निगाह रखे हुए हैं. घबराने की आवश्यकता नहीं है. केवल आत्मानुशासन एवं दिशा निर्देशों का पालन करते रहना है. इस मौके पर केंद्रीय स्वास्थ्य राज्य मंत्री ने चिकित्सा एवं चिकित्सक कर्मियों से अनुरोध किया कि, कोई भी मरीज बिना इलाज के वापस ना लौटे, इसका विशेष रूप से ख्याल रखा जाए.

कोविड-19 व मरीजों से डरने की जरूरत नहीं है. सभी दिशा निर्देशों का पालन करते हुए, उनका हालचाल जाने उनकी हौसला अफजाई करें, इलाज करें. ताकि उन्हें रिकवरी होने में मदद मिले.

केंद्रीय स्वास्थ्य राज्य मंत्री ने कहा कि, मौजूदा समय जीवन को नई दिशा देने के लिए है. आपदा में ही अवसर छुपा होता है. भारतीयों ने खासकर बिहार के लोगों ने इस तरह की आपदा की घड़ी में, अपनी प्रतिभा कौशल से देश और दुनिया के सामने उदाहरण पेश किया है. ट्रिपल आईटी भागलपुर की उपलब्धियों की चर्चा की. 

उन्होंने कहा कि इस संस्था ने एक नया एआई आधारित कोविड-19 डिटेक्शन सॉफ्टवेयर विकसित किया है. जो सेकंड के भीतर किसी भी रोगी के डिजिटल एक्स-रे या सीटी स्कैन छवियों का विश्लेषण करके पॉजिटिव या नेगेटिव परिणाम का पता लगा सकता है. आईसीएमआर (ICMR) इस अनोखी खोज को देख रहा है. ताकि नई तकनीक का परीक्षण किया जा सके. इससे समय और धन दोनों की बचत होगी.