Bihar Corona Vaccination News: जानकारी के अनुसार, बिहार में पहला टीका सफाई कर्मचारी रामबाबू को लगाया गया. वहीं, दूसरा टीका एंबुलेंस ड्राईवर अमित कुमार को लगाया गया. दोनों ही मेडिकल स्टॉफ पहला टीका लेने को लेकर काफी उत्साहित दिखे.
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पटना: बिहार में कोरोना टीकाकरण की शुरूआत हो गई है. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (Nitish Kumar) ने IGIMS में कोविड-19 टीकाकरण का शुभारम्भ किया. सबसे पहले IGIMS में टीकाकरण अभियान की शुरुआत के मौके पर पौधारोपण किया. टीकाकरण अभियान की शुरुआत के बाद मंगल पांडेय ने कहा कि 3980 एक्टिव केस बिहार में अभी हैं और राज्य में 97.97 रिकवरी रेट है. जानकारी के अनुसार, बिहार में पहला टीका सफाई कर्मचारी रामबाबू को लगाया गया. वहीं, दूसरा टीका एंबुलेंस ड्राईवर अमित कुमार को लगाया गया. दोनों ही मेडिकल स्टॉफ पहला टीका लेने को लेकर काफी उत्साहित दिखे.
इससे पहले शुक्रवार को बिहार सरकार के स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडे और स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव प्रत्यय अमृत ने टीकाकरण को लेकर तैयार हुई पूरी रणनीति का खुलासा किया है. बिहार में पहले चरण के टीकाकरण के लिए 4 लाख 64 हजार 160 लोगों का रजिस्ट्रेशन कराया गया है. जिसमें 3 लाख 72 हजार 175 बिहार सरकार के कर्मचारी हैं जबकि 7 हजार 247 केन्द्रीय कर्मचारी हैं. 84 हजार 198 निजी स्वास्थ्य कर्मियों को भी पहले चरण में टीका दिया जाएगा.
कैसे लगेगी Corona Vaccine?
वहीं, स्वास्थ मंत्री मंगल पांडेय ने कहा कि बिहार में दो तरह की वैक्सीन उपलब्ध है. भारत बायोटेक और सीरम कंपनी की वैक्सीन उपलब्ध है. पटना के मेडिकल कॉलेज हास्पिटल में कोवैक्स वैक्सीन दिये जाएंगे. जबकि बांकी के जिलों में कोविशील्ड वैक्सीन दी जाएगी. केन्द्र सरकार की तरफ से 54 हजार 9 सौ वायल कोवीशील्ड उपलब्ध कराये गये हैं जबकि एक हजार वायल कोवैक्स वैक्सीन उपलब्ध कराये गये हैं. एक वायल कोविशील्ड से दस डोज वैक्सीन लोगों को दिये जा सकते हैं. जबकि कोवैक्स के एक वायल से 20 डोज दिये जाएंगे. कोविन पोर्टल पर दिये गये पहचान पत्र के सत्यापन के बाद ही लाभार्थियों को टीकाकरण कक्ष में प्रवेश की अनुमति दी जाएगी. टीकाकरण के 30 मिनट बाद तक लाभार्थियों को टीकाकरण अधिकारी की निगरानी में रहना पड़ेगा. स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि कोरोना टीका पूरी तरह से सुरक्षित है.
10,600 लोगों की दी गई है ट्रैनिंग
जिन लोगों को एक टीका लगेगा उसके लिए दूसरा टीका लेना भी अनिवार्य है. 28 दिनों में सख्स को दूसरा टीका लगेगा. दोनों टीके एक कंपनी के लगाये जाएं ये सुनिश्चित किया गया है. दूसरे टीके के बाद ही टीका लेनेवाले मरीज के शरीर में एंटीबॉडी तैयार होगा. जबतक टीकाकरण का पूरा डोज खत्म नहीं होता टीका लेने वालों को कोविड नियमों का लगातार पालन करना होगा. टीकाकरण के लिए 10 हजार 6 सौ टीकाकर्मियों को प्रशिक्षित भी किया गया है.
टीकाकरण के बाद बायो वेस्ट को मैनेज करने के लिए भी विशेष व्यवस्था की गयी है. बायो वेस्ट को कलर कोडेड बैग्स में रखा जाएगा. बैग्स को टीकाकरण केन्द्र के निकटतम कोल्ड चेन प्वाईंट तक लाया जाएगा. जहां से उसे आखिरी निष्पादन के लिए भेजा जाएगा.