Samastipur News: मिड डे मील में गड़बड़ी की खबरें अक्सर सुर्खियों में रहती है. मिड-डे मील में अक्सर चूहा, छिपकली, मेंढक और कीड़ा निकलने की खबरें सामने आती रहती हैं. हाल ही में मुजफ्फरपुर के एक स्कूल के मिड-डे मील में सांप निकलने की खबर सामने आई थी. हालांकि, बाद में प्रशासन ने इसे अफवाह करार दिया था. अब समस्तीपुर से बड़ी खबर सामने आ रही है. यहां मिड-डे मील खाने से एक स्कूल की 100 बच्चों की तबियत बिगड़ गई. जिन्हें आनन-फानन में सदर अस्पताल में भर्ती कराया गया है. ये घटना उजियारपुर प्रखंड के चाँदचौर स्थित कन्या मध्य विद्यालय की है. 


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING


विद्यालय में शनिवार (16 सितंबर) को एमडीएम खाने के बाद  100 बच्चे बीमार हो गए. पेट में दर्द और उल्टी की शिकायत के बाद सभी बच्चों को सदर अस्पताल लाया गया. अस्पताल के डॉक्टर पीडी शर्मा ने कहा कि कुछ बच्चों में फूड प्वाईजनिंग की समस्या थी. उन्होंने बताया कि अब सभी बच्चों की तबियत ठीक है. उन्होंने बताया कि बच्चों को ओआरएस दिया गया है. अभी बच्चों को स्क्रीनिंग के लिए सदर अस्पताल में रखा गया है. वहीं बच्चों के अभिभावकों ने एमडीएम में सल्फास मिले होने की आशंका जताई है. स्वास्थ्य विभाग फिलहाल छात्राओं की हालत पर नजर रखे हुए है.


ये भी पढ़ें- Bihar News: सनकी आशिक ने नालंदा के मेन मार्केट में जमकर की फायरिंग, दहशत में लोग


बता दें कि कुछ दिन पहले बिहार के सीतामढ़ी में 12 सितंबर को एमडीएम खाने से दो दर्जन से अधिक बच्चे बीमार पड़ गए. पांच की हालत को गंभीर देखते हुए रेफर करना पड़ा. बच्चों ने सिर दर्द और उल्टी की शिकायत की थी. यह मामला जिले के डुमरा प्रखंड की भासर मछहा दक्षिणी पंचायत के रिखौल गांव स्थित प्राथमिक स्कूल का है. बताया गया था कि स्कूल के एमडीएम में छिपकली निकली थी. हालांकि, स्कूल प्रशासन की ओर से ऐसी कोई बात नहीं स्वीकार की गई है. 


ये भी पढ़ें- Bhagalpur: सुल्तानगंज रेलवे स्टेशन पर RPF जवानों ने कांवड़ियों को बेरहमी से पीटा, Video वायरल


उधर बिरौल प्रखंड के एक सरकारी स्कूल में मिड डे मील में सांप गिरने की सूचना पर हड़कंप मच गया था. सुपौल बाजार के लेवा टोल स्थित सरकारी विद्यालय की घटना है. मामले की सूचना मिलते ही बच्चों के अभिभावकों ने मौके पर पहुंचकर जमकर हंगामा किया था. सूचना मिलने पर स्थानीय बिरौल पुलिस भी स्कूल में पहुंची थी. जिसके बाद सभी बच्चों को पास के पीएचसी में लाया गया था. जहां बच्चों का चेकअप किया गया था.