बिहार: रिहायशी इलाके के तालाब में पाया गया मगमच्छ, लोगों में डर का माहौल
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बिहार: रिहायशी इलाके के तालाब में पाया गया मगमच्छ, लोगों में डर का माहौल

 बगहा के फुलवरिया गांव में मगरमच्छ देखा गया जिसके बाद से लोग बेहद डरे हुए हैं. फुलवरिया गांव के रहने वाले स्थानीय निवासी ब्रजेश सिंह ने कहा कि उन्हें खबर मिली कि उनके तालाब में मगरमच्छ है. 

मगरमच्छ को देखने लोगों की भीड़ उमड़ने लगी.

बगहा: बिहार के बगहा में लोग इन दिनों दहशत के माहौल में जी रहे हैं. बगहा के फुलवरिया गांव में मगरमच्छ देखा गया जिसके बाद से लोग बेहद डरे हुए हैं. फुलवरिया गांव के रहने वाले स्थानीय निवासी ब्रजेश सिंह ने कहा कि उन्हें खबर मिली कि उनके तालाब में मगरमच्छ है. जिसके बाद ये खबर इलाके में तेजी से फैल गई. 

मगरमच्छ को देखने लोगों की भीड़ उमड़ने लगी. इसी भीड़ में से रामनगर के रतनपुरवा निवासी भोला के मुताबिक लोगों के चेहरों पर खौफ देखने के बाद उसने मगरमच्छ को पकड़ने का फैसला लिया और फिर जान पर खेल कर मगरमच्छ के ऊपर जाल फेंक दिया. खुशकिस्मती से मगरमच्छ जाल में फंस गया और उसे घसीट कर तालाब से बाहर निकाला गया. जिसके बाद तो गांव में मगरमच्छ को देखने के लिए मेला सा लग गया.

 

हालांकि, मगरमच्छ को पकड़ने के बाद ग्रामीणों ने इसकी जानकारी वाल्मीकि टाईगर रिजर्व के वन अधिकारियों को दी है. बताया जा रहा है कि इस घटना के बाद से लोग खेतों में जाने से भी परहेज कर रहे है. दरअसल नेपाल और यूपी सीमा पर वाल्मीकि टाइगर रिजर्व है. जहां बड़ी संख्या में मगरमच्छ पाए जाते हैं. जिसकी वजह से यहां से गुजरने वाली नदियों और नालों से मगरमच्छ बाहर निकल जाते हैं और फिर रिहायशी इलाकों में दाखिल हो जाते हैं.

बाढ़ के मौसम में मगरमच्छों के आने का सिलसिला कुछ ज्यादा ही बढ़ जाता है. हालांकि ये कोई पहला मामला नहीं है जब बगहा के रिहायशी इलाकों में मगरमच्छ देखा गया. इससे पहले भी अभी तक कई जगहों पर मगरमच्छ देखा जा चुका है और कई बार तो मगरमच्छों ने इंसानों पर हमला भी किया है. लेकिन बावजूद इसके अभी तक मगरमच्छों को पकड़ने और उसे वाल्मीकि टाईगर रिजर्व तक सिमित रखने के लिए वन विभाग ने कोई पहल नहीं की है. जिसका नतीजा है कि आये दिन किसी ना किसी जगह से मगरमच्छों के पाये जाने की खबर मिलती रहती है.
--Taskeen Hussain, News Desk