रांची: लगातार बढ़ रहे हैं साइबर क्राइम के मामले, मिनिस्ट्री ऑफ लॉ ने दिया रिसर्च टास्क
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रांची: लगातार बढ़ रहे हैं साइबर क्राइम के मामले, मिनिस्ट्री ऑफ लॉ ने दिया रिसर्च टास्क

कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के तौर पर सुप्रीम कोर्ट के जज जस्टिस अनिरुद्ध बोस ने शिरकत की. वहीं, कार्यक्रम में सुप्रीम कोर्ट के जज जस्टिस शिवा कीर्ति सिंह, कोलकाता हाइकोर्ट के जस्टिस जोयमाल्या बागची, झारखंड हाइकोर्ट के एक्टिंग चीफ जस्टिस एच सी मिश्रा,जस्टिस अपरेश सिंह ने भी इस गम्भीरट्स पर प्रकाश डाला. 

रांची में सबसे ज़्यादा 781 केसेस रेकॉर्ड किये गए हैं.

रांची: साइबर क्राइम लगातार बढ़ रहा है और इससे जुड़े दर्ज होने वाले मामलों में भी लगातार बढ़ोतरी हो रही है. बढ़ते क्राइम की गंभीरता को देखते हुए मिनिस्ट्री ऑफ लॉ की तरफ से साइबर क्राइम पर रिसर्च करने का टास्क दिया गया है.इसी के तहत रांची के ज्यूडिशियल अकेडमी में साइबर क्राइम इश्यूज एन्ड चैलेंजेस पर कॉन्फ्रेंस के आयोजन किया गया.

कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के तौर पर सुप्रीम कोर्ट के जज जस्टिस अनिरुद्ध बोस ने शिरकत की. वहीं, कार्यक्रम में सुप्रीम कोर्ट के जज जस्टिस शिवा कीर्ति सिंह, कोलकाता हाइकोर्ट के जस्टिस जोयमाल्या बागची, झारखंड हाइकोर्ट के एक्टिंग चीफ जस्टिस एच सी मिश्रा,जस्टिस अपरेश सिंह ने भी इस गम्भीरट्स पर प्रकाश डाला. 

मामले पर जानकारी देते हुए जस्टिस एचसी मिश्रा ने बताया कि मिनिस्ट्री ऑफ लॉ की तरफ से साइबर क्राइम पर रिसर्च करने का टास्क मिला था जिसे कंप्लीट कर लिया गया है. अगले सप्ताह इसका रिपोर्ट मिनिस्ट्री ऑफ लॉ को जाएगा हैं. वहीं, उन्होंने बताया की भी 5 कॉन्फ्रेंस हुए है ये समाप्ति है और यह कंफर्न्स फ्रूटफुल होगा.

कार्यक्रम में डीजीपी झारखण्ड कमल नयन चौबे,आईजी नवीन कुमार ,सभी जिलों के एसपी, जुडिशल ऑफिसर्स,लॉ यूनिवर्सिटी के वाईसचांसलर,छोटानागपुर लॉ यूनिवर्सिटी के प्रिंसिपल और ज्यूडिशियल ऑफिसर्स भी मौजूद रहे. 

मामले पर कार्यक्रम में शरीक हुए हइकोर्ट के अधिवक्ता ने बताया कि राज्य में साइबर क्राइम में इजाफा हुआ है और आंकड़े बताते हैं कि साल 2018 में अन्य ज़िलों की बनिस्बत रांची में सबसे ज़्यादा 781 केसेस रेकॉर्ड किये गए हैं.और इस कॉन्फ्रेंस से कैसे इसे रोका जाए, कैसे डील किया जाए इसकी जानकारी मिली और यह सब के लिए फायदेमंद होगा.

बहरहाल बढ़ते साइबर क्राइम के मामलों को लेकर आयोजित यह कॉन्फ्रेंस कितना कारगर साबित यह तो वक्त बताएगा लेकिन इतना साफ है कि इसकी गंभीरता ने हर समाज को परेशान कर दिया