Madhubani: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) ने अपने मन की बात (Mann Ki Baat) कार्यक्रम के तहत देश के लोगों को रविवार को संबोधित किया. इस कार्यक्रम के दौरान पीएम ने बिहार के एक खास मॉडल की चर्चा की. इसके बाद से ही इस बात की चर्चा हो रही है कि आखिर यह सुखेत मॉडल (Sukhet Model) क्या है, जिसकी चर्चा खुद पीएम ने की है.


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जानें बिहार का यह सुखेत मॉडल क्या है?
पीएम नरेंद्र मोदी ने जिस सुखेत मॉडल की बात की है, वह कचरे से कमाई की योजना है. दरअसल, पीएम नरेंद्र मोदी इस योजना से इतना अधिक खुश हुए कि अपने मन की बात कार्यक्रम में भी उन्होंने इसका जिक्र किया है. इस मॉडल के मधुबनी में लांच किया गया है, जहां यह काफी सफल हो रहा है. 


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कचरे को घरेलू गैस में बदल रहे हैं लोग
बता दें कि इस मॉडल के तहत कचरे को लोग घरेलू गैस में बदलने के लिए इस्तेमाल करते हैं. इससे ग्रामीणों को न सिर्फ गैस मुफ्त में मिल रहा है बल्कि इसके साथ ही लोग जैविक खाद के तौर पर भी कचरे का इस्तेमाल कर अपनी जरूरत पूरा कर रहे हैं.


किसने इस मॉडल को लांच किया है
इस मॉडल को सबसे पहले डॉ राजेंद्र प्रसाद केंद्रीय कृषि विश्वविद्यालय पूसा के कुलपति डॉ रमेश चन्द्र श्रीवास्तव ने शुरू की थी. दरअसल, उन्होंने कचरे से कमाई की योजना का आगाज करते हुए सुखेत गांव को बेहतरीन सौगात दी थी. कार्यक्रम के दौरान डॉ रमेश चंद्र श्रीवास्तव ने कहा था कि इस योजना के तहत हर घर में गीला और सूखा कचरा को गैस व जैविक खाद के तौर पर उपयोग किया जा रहा है.