झारखंड: बोकारो पहुंचा 11 श्रमिकों का शव, गांव में छाया मातम
Advertisement

झारखंड: बोकारो पहुंचा 11 श्रमिकों का शव, गांव में छाया मातम

औरैया में दो ट्रकों के बीच में जोरदार टक्कर हो गई. इस घटना में 24 लोगों की जान चली गई. इससें से 11 मृतक बोकारो जिले के निवासी थे.

शव के बोकारो के गोपालपुर पंचायत पहुंचते ही, परिजनों के चीत्कार से पूरा माहौल गमगीन हो गया. (प्रतीकात्मक तस्वीर)

बोकारो: उत्तर प्रदेश में हुए सड़क हादसे में 11 मजदूरों का शव सोमवार को झारखंड के बोकारो पहुंचा. शव के बोकारो के गोपालपुर पंचायत पहुंचते ही, परिजनों के चीत्कार से पूरा माहौल गमगीन हो गया. इस दौरान जिले के अधिकारी भी गांव पहुंच गए.

दरअसल, बोकारो जिले के पिंड्राजोरा थाना क्षेत्र के गोपालपुर पंचायत के 11 मजदूर राजस्थान में काम करने के लिए गए थे. लेकिन कोरोना वायरस के कारण देश में लॉकडाउन (Lockdown) लागू हो गया. इस लॉकडाउन में यह सभी श्रमिक भी फंस गए थे. लेकिन किसी भी तरह से घर आने की चाहत में सभी, ट्रक पर सवार होकर घर के लिए चल दिए थे.

इस बीच, इनकी ट्रक जैसे ही उत्तर प्रदेश के औरैया जिले में पहुंची, यहां एक भीषण सड़क हादसा हो गया. इस हादसे में बोकारो जिले के 11 मजदूरों की घटनास्थल पर ही मौत हो गई. जबकि दो मजदूर घायल हो गए. इस खबर की जानकारी जैसे ही, मृतकों के परिजनों को हुई, तो उनका रो-रोकर बुरा हाल हो गया.

जानकारी के मुताबिक, औरैया में दो ट्रकों के बीच में जोरदार टक्कर हो गई. इस घटना में 24 लोगों की जान चली गई. इससें से 11 मृतक बोकारो जिले के निवासी थे. वहीं, एक मृतक के बेटे मुकेश कुमार महतो ने कहा कि, पिता कमाने के लिए चार महीने पहले राजस्थान गए थे. मार्बल की फेक्ट्री में काम कर रहे थे. लॉकडाउन के कारण दो दिन पहले चले थे और आज उनकी मौत की खबर आई.

इधर, यूपी सरकार के द्वारा मृतकों के शव और घायलों को एक ट्रक के द्वारा भेजा जा रहा था, जिसकी जानकारी मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन (Hemant Soren) को हुई थी, तो उन्होंने ट्वीट कर यूपी सरकार पर अमानवीय और संवेदनहीन होने का आरोप लगाया. साथ ही, जिला प्रसाशन से सभी शवों को सम्मान के साथ एंबुलेंस से लाने का निर्देश दिया था. लेकिन सीएम के ट्वीट के बाद, आधे रास्ते में ट्रक से शव को एम्बुलेंस से भेजा गया था.