बिहार में शिक्षा विभाग 5 साल के रोडमैप के लिए तैयार, सही एजेंडे पर काम के लिए बनी 6 समितियां
Advertisement

बिहार में शिक्षा विभाग 5 साल के रोडमैप के लिए तैयार, सही एजेंडे पर काम के लिए बनी 6 समितियां

बच्चों के ऊपर बस्तों का बोझ कैसे हल्का हो इसे भी तय किया जाएगा. व्यवसायिक शिक्षा के तहत क्लास छह से ही छात्रों को हुनरमंद बनाया जाए.

बिहार में शिक्षा विभाग 5 साल के रोडमैप के लिए तैयार, सही एजेंडे पर काम के लिए बनी 6 समितियां.

पटना: बिहार का भविष्य कैसा हो. क्या बच्चे सिर्फ पढ़ाई में ही माहिर हों. क्या वो ऐसा हो जिसकी पास डिग्री तो है, लेकिन सिर्फ निजी या सरकारी नौकरी के लिए. इन सब बातों को शिक्षा विभाग ने गंभीरता से लिया है और ये तय किया है कि बिहार के नौनिहाल न सिर्फ जानकार होंगे, बल्कि वो कौशल, नैतिकता और संस्कार भी लिए होंगे.

शिक्षा विभाग ने नई शिक्षा नीति के साथ ही बिहार की जरूरतों को ध्यान में रखकर छह समितियां बनाई हैं. शिक्षा विभाग ने कमेटी से अगले पांच साल के लिए प्लान मांगा है. शिक्षा विभाग की इस कवायद से छात्रों के साथ छात्र शिक्षक भी साथ नजर आ रहे हैं. पटना के निजी हों या सरकारी स्कूल के छात्र वो मानते हैं कि सिर्फ पढ़ाई से ही नहीं बल्कि जिंदगी जीने के लिए हुनरमंद और संस्कारी भी होना जरूरी है.

दरअसल, केन्द्र सरकार की नई शिक्षा नीति के मुताबिक, बिहार में शिक्षा विभाग भी पांच साल के लिए रोडमैप तैयार कर रहा है. इस रोडमैप में छात्रों को संस्कारी बनाने के साथ ही नैतिक शिक्षा पर भी जोर दिया जाएगा. शिक्षा विभाग ने भी तय किया है कि ग्रामीण क्षेत्रों में स्कूल तक जाने के लिए सड़के हों और परिवहन साधन भी उपलब्ध हों. 

बच्चों के ऊपर बस्तों का बोझ कैसे हल्का हो इसे भी तय किया जाएगा. व्यवसायिक शिक्षा के तहत क्लास छह से ही छात्रों को हुनरमंद बनाया जाए.

शिक्षा विभाग के प्रधान सचिव संजय कुमार ने छह समितियां बनाई हैं जिसमें विभाग के आला अधिकारियों के साथ-साथ एससीइआरटी, बीपीइसी के अधिकारियों को शामिल किया गया है. 14 दिसंबर से 23 दिसंबर तक अलग-अलग कमिटियों की बैठक विभाग के साथ होगी और इनका प्रेंजेटेशन भी होगा.

आइए जानते हैं कि शिक्षा विभाग की बनाई छह समितियों में कौन-कौन लोग हैं. समूह एक में प्राथमिक शिक्षा निदेशक, एससीइआरटी, यूनिसेफ के प्रतिनिधि सहित सात लोग हैं. समूह दो में सामाजिक कार्यकर्ता,एससीइआरटी और एनजीओ से जुड़े लोग. समूह तीन में एससीइआरटी के डायरेक्टर, प्राथमिक शिक्षा विभाग के उपनिदेशक सहित सात लोग है.

समिति में निजी स्कूल से जुड़े लोग भी शामिल किए गए हैं. माध्यमिक शिक्षा विभाग के उपनिदेशक और समिति के सदस्य अमित कुमार के मुताबिक, काफी अरसे से शिक्षा विभाग इन सब बातों पर गौर कर रहा था, लेकिन अब इस पर अमल होगा. हम इसकी निगरानी करेंगे और उम्मीद है अगले पांच साल में बिहार की शिक्षा बदली-बदली नजर आएगी.