इंस्पेक्टर के एफबी पोस्ट पर DGP ने कहा, 'जो पाक साफ हैं उसकी जांच करवा लेंगे'
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इंस्पेक्टर के एफबी पोस्ट पर DGP ने कहा, 'जो पाक साफ हैं उसकी जांच करवा लेंगे'

बिहार में दागी इंस्पेक्टरों को थानेदारी से हटाने का मामला तूल पकड़ता जा रहा है. सरकार के इस फैसले का विरोध शुरु हो चुका है. 

गुप्तेश्वर पांडेय ने सोशल मीडिया पर पोस्ट डालने पर नाराजगी जताई है.

पटनाः बिहार में दागी इंस्पेक्टरों को थानेदारी से हटाने का मामला तूल पकड़ता जा रहा है. सरकार के इस फैसले का विरोध शुरु हो चुका है. बिहार पुलिस एशोसिएशन ने फैसले का विरोध किया है तो कुछ पुलिसकर्मियों ने फैसले के खिलाफ फेसबुक का सहारा लेना शुरु कर दिया है. ऐसे पुलिसकर्मियों के खिलाफ डीजीपी ने कड़े एक्सन लेने की चेतावनी दे डाली है. वहीं, 400 ईमानदार पुलिसकर्मियों को सम्मानित करने की घोषणा भी की है.

बिहार सरकार के फैसले के बाद पुलिस मुख्यालय ने दागी 396 इंस्पक्टरों को थानेदारी से हटा दिया है. जिसको लेकर पुलिसकर्मियों में काफी आक्रोश है. बिहार पुलिस एशोसिएशन ने इसके खिलाफ अपनी नाराजगी भी जाहिर कर दी है. लेकिन बिहार के डीजीपी ने ऐसी नाराजगी जाहिर करनेवालों पर सख्त एक्शन के संकेत दे दिये हैं. 

डीजीपी गुप्तेश्वर पाण्डेय ने कहा है कि दागी पुलिसकर्मी को थानेदारी से हटाने का फैसला हमारा नहीं सरकार का है. कुछ लोग सोशल मीडिया पर भी फैसले के खिलाफ आवाज उठा रहे हैं. हम उन्हें बताना चाहते हैं कि वो कितने पाक साफ हैं हम इसकी भी जांच करवा देंगे. 

आपको बता दें कि, इंस्पेक्टर धर्मेंद्र कुमार ने फेसबुक पर पुलिसकर्मियों पर गाज गिराने को लेकर एक इमोशनल पोस्ट लिखा है. जिसमें उन्होंने कहा कि 25 साल तक सेवा देने के बाद अब विभाग हमारे साथ नाइंसाफी कर रहा है. उम्र के इस पराव में उनकी इज्जत उछाली जा रही है. पुलिसकर्मी अपने सारे कामों को छोड़ कर अधिकारियों के निर्देश के अनुसार काम करता है. लेकिन गलत आरोपों की वजह से दागी बताया जा रहा है. बिहार पुलिस का रीढ़ थानाध्यक्षों का आज चीरहरण हो रहा है.

हालांकि, डीजीपी ने कहा कि अगर किसी भी पुलिसकर्मी को लगता है कि उसके खिलाफ गलत एक्शन लिया गया है तो पुलिस मुख्यालय में आवेदन दे सकता है. हर शुक्रवार को हम ऐसे पुलिसकर्मियों से मिलेंगे और खिलाफ हुए एक्सन की दोबारा जांच करवा देंगे. डीजीपी ने कहा कि वो नहीं चाहते है कि किसी भी निर्दोष पुलिसकर्मी पर कोई कार्रवाई हो. लेकिन जो पुलिसकर्मी माफियागिरी करेंगे. शराब बालू के अवैध धंधे में लिप्त रहेंगे उन्हें बख्सा नहीं जाएगा. डीजीपी ने ये भी घोषणा की है कि बेहतर काम करनेवाले 400 पुलिसकर्मीयों को मुख्यालय सम्मानित भी करेगी.

डीजीपी ने कहा है कि देश में बिहार ही एकलौता राज्य है जहां अपराधियों को पकडने के बाद पॉलिटिकल पैरवी नहीं चलती. इतनी स्वतंत्रता के बाद भी अगर हम परफार्म नहीं कर पा रहे हैं तो ये हमारे लिए चिंता की बात है. बिहार में बच्चा चोरी के नाम पर हो रही मॉब लिंचिंग पर भी गुप्तेश्वर पाण्डेय ने चिंता जाहिर की. डीजीपी ने कहा कि बिहार में एक भी घटना बच्चा चोरी की नहीं हुई है. लोग अफवाह में आकर घटनाओं को अंजाद दे रहे हैं. मैं लोगों से अपील करुंगा की वो अफवाह में न आएं. अगर ऐसी घटनाओं में लोग शामिल होंगे तो उनपर हत्या का मामला चलेगा. कई सिंगल मामलों में 22 लोगों को गिरफ्तार कर जेल भेजा जा चुका है.

वहीं, बेल से छूटकर आए अपराधियों को भी डीजीपी ने चेतावनी दी है कि अगर ऐसे लोग अपराध की घटना में दुबारा संलिप्त पाए जाते हैं तो पुलिस उनका बेल कैंसिल करायेगी. साथ ही पुलिस बेलर और वकीलों को भी शिकंजे में लेगी जो ऐसे लोगों की जमानत में पैरवी करते हैं. संगठित अपराध को किसी भी कीमत पर पनपने नहीं दिया जाएगा.