गिरफ्तार किए गए साइबर अपराधियों से पूछताछ के पता चला की. ठगी के लिए साइबर अपराधी नई तकनीक का इस्तेमाल करते हुए हीरोफिन क्रॉप एप के जरिये OTP हासिल कर अकाउंट से पैसे गायब कर दिया करते थे.
Trending Photos
Deoghar: झारखंड में साइबर क्राइम के मामले बढ़ते जा रहे हैं, साथ ही पुलिस के लिए चुनौतियां भी बढ़ रही हैं. साइबर अपराधी (Cyber Criminals) रोज नए पैतरें और तकनीक के जरिये वारदात को अंजाम दे रहे हैं. राज्य के कई जिलों में साइबर क्रिमिनल्स ने अपने पांव पसार रखे हैं. पुलिस भी समय-समय पर इनपर शिकंजा कसती रहती है. देवघर पुलिस ने साइबर ठगी की घटना को अंजाम देने वाले 8 साइबर अपराधियों पर शिकंजा कसा है. तो वहीं, रांची पुलिस ने 11 साइबर क्रिमिनल को राजस्थान के अलवर से गिरफ्तार किया है.
5 जुलाई को भी देवघर में साइबर थाना पुलिस ने कार्रवाई करते हुए 10 साइबर अपराधियों को गिरफ्तार किया था. और दो दिन बाद एक बार फिर देवघर से 8 साइबर अपराधियों को पकड़ा गया. इनमें से एक आरोपी नाबालिग है. गिरफ्तार किए गए साइबर अपराधियों के पास से देवघर पुलिस ने 11 मोबाइल फोन, 27 सिम कार्ड और 13 एटीएम कार्ड बरामद किए हैं.
गिरफ्तार किए गए साइबर अपराधियों से पूछताछ के पता चला की. ठगी के लिए साइबर अपराधी नई तकनीक का इस्तेमाल करते हुए हीरोफिन क्रॉप एप के जरिये OTP हासिल कर अकाउंट से पैसे गायब कर दिया करते थे. इसके अलावा शॉपिंग कस्टमर केयर के नाम पर फर्जी नंबर एडिट कर डालते थे और पैसे वापसी के नाम पर ठगी किया करते थे. इतना ही नहीं फर्जी बैंक अधिकारी और ATM कार्ड बंद होने और उसे चालू कराने के नाम पर भी ये लोग ठगी किया करते थे.
बता दें कि राज्य में साइबर अपराध के मामले लगातार बढ़ रहे हैं. झारखंड में साल 2021 के जनवरी से मई तक विभिन्न थानों में साइबर अपराध के 372 केस दर्ज किए गए हैं. जबकि 492 आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है. साइबर अपराध के सबसे अधिक 57 मामले रांची जिले में सामने आए हैं. वहीं देवघर में पांच महीने के दौरान 42 केस दर्ज किए गए और 291 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया. इसी तरह जामताड़ा में 39 केस दर्ज किए गए और 93 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया.