Jharkhand: बोकारो में बिना ऑपरेशन किये ही डॉक्टर ने लिए पैसे, दर्द उठने पर कहा...
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Jharkhand: बोकारो में बिना ऑपरेशन किये ही डॉक्टर ने लिए पैसे, दर्द उठने पर कहा...

अपेंडिक्स का इलाज कराने आए मरीज का दो बार ऑपरेशन किया गया, लेकिन उसके बाद भी मरीज ठीक नहीं. दो बार ऑपरेशन होने के बाद मरीज की हालत लगातार बिगड़ती गई. ऑपरेशन के बाद मरीज के पेट के पास इंफेक्शन हो गया.

(फाइल फोटो)

Bokaro: झारखंड के बोकारो में एक निजी अस्पताल से डॉक्टरों की लापरवाही सामने आई है. यहां पर देर रात मरीज का गलत ऑपरेशन करने को लेकर परिजनों ने हंगामा किया. परिजनों ने मामले को लेकर अस्पताल प्रशासन पर गंभीर आरोप लगाए हैं. वहीं, इस हंगामे के दौरान अस्पताल प्रबंधक और डॉक्टर मौके से फरार हो गए. इस पूरे मामले को लेकर बोकारो सिविल सर्जन ने कार्रवाई की बात कही है. 

ऑपरेशन के बाद हुआ इंफेक्शन
दरअसल, यह मामला बोकारो के सेक्टर 12 थाना क्षेत्र के बियाड़ा स्थित द रॉयल हॉस्पिटल का है. यह एक निजी नर्सिंग होम है. यहां पर अपेंडिक्स का इलाज कराने आए मरीज का दो बार ऑपरेशन किया गया, लेकिन उसके बाद भी मरीज ठीक नहीं. दो बार ऑपरेशन होने के बाद मरीज की हालत लगातार बिगड़ती गई. ऑपरेशन के बाद मरीज के पेट के पास इंफेक्शन हो गया. मरीज का नाम गौतम साव बताया जा रहा है. जो कि बोकारो जनरल अस्पताल के बाहर एक प्राइवेट एंबुलेंस चलाते हैं. 

मरीज का कहना है कि पेट में दर्द था, जिसको लेकर एक एजेंड के जरिए से बियाड़ा स्थित इस निजी नर्सिंग होम में इलाज के लिए पहुंचे थे. यहां पर कम खर्च में इलाज की बात कही गई थी. डॉक्टरों ने जांच में अपेंडिक्स बताया और ऑपरेशन की बात कही. ऑपरेशन के बाद लगातार उस जगह से पस निकलता रहा, उसके बाद भी डॉक्टरों ने घर जाने की सलाह दी. 

नहीं हुआ अपेंडिक्स का ऑपरेशन 
हालांकि वापस से पेट में दर्द शुरू हुआ और डॉक्टरों ने दोबारा ऑपरेशन की बात कही. ऑपरेशन के लिए मोटी रकम करीब 80 हजार रुपया लिए गए. मरीज ने किसी तरीके से पैसे जुटाकर उन्होंने दोबारा ऑपरेशन कराया लेकिन दर्द से निजात नहीं मिला. जब इसकी शिकायत फिर निजी अस्पताल के प्रबंधक से की गई तो उसे हायर सेंटर जाने की सलाह दी. दूसरी जगह इलाज कराने पर पता चला कि मरीज कि पेट में पूरी तरह से इंफेक्शन फैल चुका था और अपेंडिक्स का ऑपरेशन हुआ ही नहीं था. जिसकी वजह से बार-बार पेट में दर्द हो रहा था. जिसके बाद मरीज और उसके परिजन के द्वारा अस्पताल में देर रात तक हंगामा किया गया. वहीं, निजी नर्सिंग होम के संचालक सहित डॉक्टर फरार हो गए. 

सिविल सर्जन ने कही जांच की बात
मरीज और उसके परिजनों ने न्याय की मांग की है और कड़ी से कड़ी कार्रवाई की भी बात कही है.वहीं, बोकारो के सिविल सर्जन अभय प्रसाद ने कहा कि पूरे मामले की जांच की जा रही है और जांच के बाद कार्रवाई की जाएगी. उन्होंने कहा कि क्लिनिकल एस्टेब्लिशमेंट एक्ट के तहत अगर लाइसेंस नहीं लिया है तो मामला और भी गंभीर हो जाता है.

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