SSB से रिटायर हुए जांबाज डॉग एज्जो को डॉ.लुईस मरांडी ने लिया गोद, कहा-हमें गर्व है
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SSB से रिटायर हुए जांबाज डॉग एज्जो को डॉ.लुईस मरांडी ने लिया गोद, कहा-हमें गर्व है

Dumka Samachar: डॉग स्क्वायड के कप्तान एज्जो ने अपनी नौकरी के 8 साल के समय में कई बड़े कारनामे कर यह सिद्ध कर दिया था कि 'ही इज द बेस्ट'.

SSB से रिटायर हुए जांबाज डॉग एज्जो को डॉ.लुईस मरांडी ने लिया गोद.

Dumka: आतंकवाद नक्सलियों को लोहा चबा देने और बड़े-बड़े कारनामे करने वाला सेना की डीएसपी रेंक के एज्जो ने रिटायर होने के बाद अब पूर्व समाज कल्याण मंत्री लुईस मरांडी की रखवाली का जिम्मा लिया है. एसएसबी 35 बटालियन से रिटायर होने वाला डॉग स्क्वायड का कप्तान एज्जो 8 साल की सेवा देने के बाद सशस्त्र सीमा बल से रिटायर कर दिया गया है. जिसके बाद एज्जो की अच्छी देखभाल करने के लिए विज्ञापन निकाला गया, जिसमें एज्जो को गोद लेने के लिए कई लोग शामिल हुए लेकिन पूर्व समाज कल्याण मंत्री लुईस मरांडी को एज्जो भा गया और सभी सीमाओं को पूरा करते हुए एज्जो को एसएसबी के द्वारा गोद दिया गया.

दोस्तों का दोस्त और दुश्मनों का दुश्मन एसएसबी बटालियन की शान-बाण-आन एज्जो अब रिटायर हो चुका है. डॉग स्क्वायड के कप्तान एज्जो ने अपनी नौकरी के 8 साल के समय में कई बड़े कारनामे कर यह सिद्ध कर दिया था कि 'ही इज द बेस्ट'.

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एज्जो एक ऐसा वफादार कुत्ता रहा है जो एसएसबी बटालियन 35 वाहिनी का हिस्सा था और डीएसपी रेंक में रहते हुए प्यार से पुकारे जाने वाले नाम एज्जो ने आतंकवादी ही नही बल्कि नक्सलियों के मंसूबों पर भी कई बार पानी फेर दिया था. एज्जो ने वर्ष 2008 में अति नक्सलप्रभावित काठीकुंड के जोड़ाआम के जंगलों से बड़ी संख्या में विस्फोटक पकड़ा था. इतना ही नहीं बल्कि एज्जो कई नक्सली अभियान का हिस्सा भी रहा.

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इसके साथ ही एसएसबी के द्वारा किए जाने वाले एलआरपी में एज्जो भी जाया करता था. एज्जो को नेपाल-भारत सीमा (Indo-Nepal Border) पर होने वाली तस्करी के साथ-साथ आतंकवादी को पकड़ने का भी खिताब हासिल है. एसएसबी बटालियन 35 वाहिनी के कमांडेंट एम के पांडेय की मानें तो 'एसएसबी बटालियन के हिस्से के रूप में एज्जो ने एक बेहतरीन काम किया है. नौकरी में रहते हुए उसने कई बड़े कारनामे कर बटालियन का नाम ऊंचा किया है. 8 साल की नौकरी के बाद एज्जो डीएसपी पद से रिटायर हुआ जिसके बाद इसकी अच्छी देखभाल करने के लिए एक विज्ञापन निकाला गया, जिसके बाद सभी शर्तो को पूरा करने वाली लुईस मरांडी को एज्जो गोद दे दिया गया. अपने साथी एज्जो के जाने का गम है. वह हमलोगों का बहुत प्यार था लेकिन रिटायर के बाद उसकी अच्छी देखभाल हो इसका ख्याल रखा गया है.'

 

वहीं, एज्जो जैसे देश सेवक को पाकर पूर्व समाज कल्याण मंत्री लुईस मरांडी काफी खुश है. एज्जो को परिवार के सदस्य के रूप में रखकर वे अपना अधिकतर समय एज्जो के साथ बिता रही है. घर के लोग एज्जो को सम्मान के साथ उसका ख्याल रख रहे है. पूर्व समाज कल्याण मंत्री लुईस मरांडी ने कहा कि 'हमें गर्व है कि देश सेवा करने वाला एक नया मेहमान हमारे घर का हिस्सा बन गया है. एक दो दिन एज्जो थोड़ा मायूस था, उसे अपने बटालियन की याद आ रही थी लेकिन एज्जो बहुत जल्द हमलोगों के साथ घुल मिल गया है. उसका सम्मान कर बड़े आदर से ख्याल रहा जा रहा है.'

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बरहाल देश सेवा के बाद अब एज्जो आराम की जिंदगी के लिए पूर्व मंत्री के घर में रहकर परिवार की तरह जीवन व्यतीत करेगा. वहीं, एज्जो जैसे देश भक्त का रिटायर होने के बाद जाना एसएसबी को खलेगा क्योंकि एज्जो ने जो जज्बा दिखाया था वह शायद ही किसी में हो.

(इनपुट- सुबीर चटर्जी)

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