Bokaro: बारिश में टूटे जर्जर मकान में रहने को मजबूर है विधवा, नहीं मिला गांव में दूसरा घर
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Bokaro: बारिश में टूटे जर्जर मकान में रहने को मजबूर है विधवा, नहीं मिला गांव में दूसरा घर

Bokaro News: महिला को अब अपने जर्जर घर में रहने का डर सता रहा है. हालांकि ग्रामीणों की मदद से जरूरी सामान निकाल लिया गया है. 

बोकारो में जर्जर मकान में रहने के लिए महिला बाध्य (सांकेतिक फोटो)

Bokaro: बारिश की वजह से गोमिया प्रखंड कार्यालय से लगभग 35 किलोमीटर दूर चतरोचट्टी पंचायत के चतरोचट्टी में  एक विधवा का खपरैल मकान का आधा हिस्सा गिरा गया है. मकान काफी ज्यादा जर्जर अवस्था में है, इस वजह से अब महिला को घर में रहने का डर सता रहा है. हालांकि ग्रामीणों की मदद से जरूरी सामान निकाल लिया गया है. 

गांव में नहीं मिला किराए का घर

विधवा सावित्री ने बताया कि संभावित दुर्घटना से बचने के लिए गांव में किराए के मकान भी तलाशा गया था लेकिन गांव में रहने का कोई घर नहीं मिल सका है. इस दौरान उनसे मिलने आई उनकी बेटी और उसके बच्चे भी जर्जर घर में रात गुजारने को मजबूर है. 

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क्या कहते हैं मुखिया प्रतिनिधि

इस बाबत मुखिया प्रतिनिधि ने बताया कि विधवा को सभी प्रकार का लाभ मिल रहा है. प्रखंड कार्यालय में आवंटित पीएम आवास प्लस योजना की प्रतीक्षा सूची में विधवा का नाम दर्ज है. कार्यसूची के आधार पर जल्द ही पीएम आवास का लाभ दिया जाएगा.

(इनपुट- मृत्यंजय मिश्रा )

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