Dhanbad: धनबाद में छात्रों के प्रदर्शन के दूसरे दिन भी लाठीचार्ज हुआ.एक दिन पहले इंटर की परीक्षा में फेल विद्यार्थियों पर JAC के खिलाफ प्रदर्शन के दौरान लाठी भांजी गयी, तो दूसरे दिन लाठीचार्ज के विरोध में किए जा रहे प्रदर्शन के दौरान छात्रों पर पुलिस की लाठी बरसी. 


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धनबाद में लगातार दूसरे दिन हंगामा बरपा और प्रदर्शनकारी छात्र पुलिस की लाठी के निशाने पर रहे. इससे पहले शुक्रवार को जब इंटर की परीक्षा में फेल विद्यार्थियों JAC के खिलाफ धनबाद के डीसी कार्यालय पर विरोध-प्रदर्शन कर रहे थे, उसी दौरान SDO सुरेंदर कुमार ने छात्राओं पर जमकर लाठी भांजी.जिसमें कई छात्राएं घायल हुईं. ये सभी छात्राएं समाहरणालय परिसर में स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता से मिलने जा रही थीं, लेकिन पुलिस ने उन्हें मिलने से रोक दिया. जिसके बाद नोंक-झोक शुरू हुई और नौबत लाठीचार्ज तक पहुंच गयी.


वहीं छात्राओं पर हुए लाठीचार्ज के विरोध में शनिवार को धनबाद बंद का आह्वान किया गया, जिसे कई छात्र संगठनों और ABVP ने अपना समर्थन दिया. इस दौरान जिले के विभिन्न चौक-चौराहों पर छात्रों ने टायर जलाकर विरोध जताया गया. 


वहीं बीजेपी के नेताओं ने रणधीर वर्मा चौक पर पुतला दहन भी किया. इस दौरान समाहरणालय कार्यालय गेट पर पहुंचे ABVP कार्यकर्ताओं ने दफ्तर में घुसने की कोशिश की. जिस पर वहां मौजूद पुलिस ने लाठीचार्ज शुरू कर दिया और प्रदर्शनकारियों को दौड़ा-दौड़ा कर पीटा, जिससे कईयों को चोट आयी है. 


वहीं धनबाद में छात्र-छात्राओं पर हुए लाठीचार्ज को लेकर रांची में भारतीय जनता पार्टी युवा मोर्चा भी सड़क पर उतरी. और दोषी पदाधिकारियों पर कार्रवाई करने की मांग की. 


वहीं धनबाद की घटना का असर जामताड़ा में भी दिखा. जामताड़ा में भी ABVP के छात्रों ने विरोध प्रदर्शन किया और दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग को लेकर पुतला दहन किया.


इस मामले को लेकर सियासत भी हो रही है. बीजेपी ने इसे लेकर जहां सरकार को घेरा है, तो वहीं कांग्रेस के प्रदेश कार्यकारी अध्यक्ष इरफान अंसारी ने सरकार का बचाव करते हुए इसे बीजेपी की साजिश करार दिया है. इरफान अंसारी ने कहा की बीजेपी जानबूझकर राज्य में अस्थिरता पैदा करना चाहती है और सरकार को बदनाम करना चाहती है. यही वजह है कि इस तरह की घटना हुई है. इरफान अंसारी ने कहा पूरे मामले की पुलिस जांच कर रही है और जांच के बाद ही साफ हो जाएगा कि आखिर इसमें किसकी साजिश है.


बता दें की 10वीं-12वीं के नतीजों के ऐलान के बाद से ही असफल विद्यार्थियों की ओर से राज्य भर में JAC के खिलाफ विरोध-प्रदर्शन किया जा रहा है. प्रदर्शनकारी विद्यार्थी सभी को परीक्षा में पास करने की मांग कर रहे हैं.


(इनपुट: नीतेश)