'कड़ाही' के सहारे मांझी, कहा-मेरी वजह से NDA में विवाद नहीं, सीटों का मामला जल्द सुलझेगा
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'कड़ाही' के सहारे मांझी, कहा-मेरी वजह से NDA में विवाद नहीं, सीटों का मामला जल्द सुलझेगा

मांझी ने कहा कि कड़ाही चुनावी चिन्ह मेरा पुराना चुनाव चिन्ह टेलीफोन छाप से बेहतर है. कड़ाही हर घर मे रहता है. हर घर का खाना इसी में बनता है.

जीतन राम मांझी की पार्टी HAM का नया चुनाव चिन्ह मिला है. (फाइल फोटो)

पटना: बिहार विधानसभा चुनाव (Bihar Vidhansabha Chunav 2020) के ठीक पहले हम (HAM) पार्टी का चुनाव चिन्ह 'टेलीफोन' छीन गया है. पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी (Jitan Ram Manjhi) की पार्टी को नया चुनाव चिन्ह 'कड़ाही' मिला है. अब 'पैन' के सहारे मांझी जनता को 'फैन' बनाने की कोशिश करेंगे.

वहीं, 'हम' का चुनावी चिन्ह बदलने पर पार्टी अध्यक्ष जीतन राम मांझी ने कहा है कि हम तय मापदंड को पूरा नहीं कर सके जिसके कारण मेरा चुनाव चिन्ह बदला है. टेलीफोन नहीं अब कडाही चुनाव चिन्ह दिया गया है. इसी में मछली बनाएंगे और जनताको खिलाएंगे.

उन्होने कहा कि कड़ाही चुनावी चिन्ह मेरा पुराना चुनाव चिन्ह टेलीफोन छाप से बेहतर है. कड़ाही हर घर मे रहता है. हर घर का खाना इसी में बनता है. गरीब-गुरबों भी इसे बखूबी जानते और पहचानते है. टेलीफोन छाप पर हमारे वोटर गड़बड़ा गए थे. कोई किताब में वोट करता था तो कोई कुछ और पर. 

मांझी ने स्पष्ट किया कि हिन्दुस्तानी आवाम पार्टी को सरल चुनाव चिन्ह मिल गया है. इससे बिहार विधानसभा चुनाव में और अच्छी स्थिति होगी. उन्होने सभी सीटों कड़ाही को सैमवल देने के लिए चुनाव आयोग (Election Commission) को शुक्रिया अदा किया है.

जीतन राम मांझी ने एलजेपी (LJP) नेता चिराग पासवान पर भी अपनी बात कही है. उन्होने कहा कि सीट को लेकर थोड़ा विवाद है. इसे ठीक कर लिया जाएगा. बीजेपी को एलजेपी को सीट देना है और जेडीयू को हम को सीट देगी. जल्द ही सबकुछ ठीक कर लिया जाएगा. उन्होने सपष्ट कहा कि मेरी बजह से एनडीए में कोई विवाद नहीं है.