चुनाव के मेन उपकरण 'वोटरों' का ख्याल रख कर ही आयोग ले कोई फैसला- मनोज झा
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चुनाव के मेन उपकरण 'वोटरों' का ख्याल रख कर ही आयोग ले कोई फैसला- मनोज झा

इसके मद्देनजर हमें यह उम्मीद जरूर है कि चुनाव आयोग स्वास्थ्यकर्मी, सुरक्षाकर्मी इसके साथ-साथ वोटर जो मेन उपकरण हैं उनका ध्यान रखते हुए कोई फैसला करेगी.

चुनाव के मेन उपकरण 'वोटरों' का ख्याल रख कर ही आयोग ले कोई फैसला- मनोज झा.

दिल्ली/नेहा: बिहार में विधानसभा चुनाव को लेकर अटकलों पर ब्रेक लगने लगा है. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (Nitish Kumar) ने आज चुनाव को लेकर यह साफ किया है कि सितंबर महीने में कभी चुनाव की घोषणा हो सकती है. इस पर आरजेडी से राज्यसभा सांसद मनोज झा (Manoj Jha) ने कहा कि लगता है चुनाव आयोग ने आउटसोर्स कर दिया है तभी सीएम ऐसा कह रहे हैं कि सितंबर में चुनाव की घोषणा कभी भी हो सकती है.

आरजेडी सांसद ने कहा कि हमारी जानकारी में ऐसी कोई सूचना नहीं है. नीतीश कुमार को शायद इस बात की चिंता है कि आज जो हालत बिहार की है, उससे जनता उन्हें आउट कर देगी. इस बार वह सत्ता में नहीं लौटने वाले, ये डर उन्हें सता रहा होगा.

चुनाव आयोग की बैठक चल रही है, बिहार में नए गाइडलाइंस आएंगे इस सवाल पर उन्होंने कहा कि बिहार में आगामी चुनाव के मद्देनजर
 
हम सबको इसका इंतजार है कि चुनाव आयोग एक सही गाइडलाइन दे. क्योंकि बिहार में कोरोना और बाढ़ दोनों ही त्रासदी है. जिस की चिंता हमें बहुत ज्यादा है और बेशक चुनाव आयोग को भी होगी.

इसके मद्देनजर हमें यह उम्मीद जरूर है कि चुनाव आयोग स्वास्थ्यकर्मी, सुरक्षाकर्मी इसके साथ-साथ वोटर जो मेन उपकरण हैं उनका ध्यान रखते हुए कोई फैसला करेगी.

मनोज झा ने कहा कि चुनाव आयोग से हमने अपील की है कि पोलिंग बूथ बढ़ाई जाए जिससे वोटरों में कोई दिक्कत ना हो और इस स्थिति को संभाल ली जाए. बहरहाल, हमें उम्मीद है कि चुनाव आयोग सभी चीजों की समीक्षा करते हुए ही कोई सर्वसम्मत फैसला लेगा.