तालाबों के जमीन पर अतिक्रमण कर बने आलिशान मकान, कोर्ट की फटकार के बाद प्रशासन जागी
Advertisement
trendingNow0/india/bihar-jharkhand/bihar558930

तालाबों के जमीन पर अतिक्रमण कर बने आलिशान मकान, कोर्ट की फटकार के बाद प्रशासन जागी

पूरे जिले में लगभग 400 एकड़ से ज्यादा तलाब व जलकरों की भूमि को अतिक्रमणकारियों ने कब्जा कर लिया है.

तलाब के जमीनों पर कब्जा कर भवन बनाए गए हैं.

धनंजय द्वेदी/बेतियाः बिहार में सीएम नीतीश कुमार तलाबों के जीर्णोधार के लिए दृढ़ संकल्पित है. उन्होंने कहा है की तलाब के अतिक्रमित भूमि पताल से भी निकाल लाएंगे और तलाबों को बचाने की मुहिम को आगे बढ़ाएंगे. वहीं, दूसरी तरफ पश्चिमी चम्पारण बेतिया में तलाब की भूमि लगभग 64 एकड़ जमीन को अतिक्रमणकारियों ने अतिक्रमण कर लिया है.

बेतिया शहर में अतिक्रमणकारियों ने तलाब के जमीन पर आलिशान मकान लिया है. 64 एकड़ तलाबों के जमीन पर कब्जा होता रहा. घर बनते रहे और प्रशासन मुक दर्शक बनी रही. तलाबों का जहां सौंदर्यीकरण होना चाहिए, वहां तलाबों के नामों निशान मिटते गए. 

पूरे जिले में लगभग 400 एकड़ से ज्यादा तलाब व जलकरों की भूमि को अतिक्रमणकारियों ने कब्जा कर लिया है. तलाब का नामों निशान मिट गया है और जलकरों के आस्तित्व पर खतरा मंडरा रहा है.

बेतिया शहर के उत्तरवारी पोखरा, बानुछापर तलाब, हरिवाटिका पोखरा, पीपरा पकड़ी तलाब, स्टेशन तलाब, पीजवा तलाब, छावनी तलाब के 64 एकड़ जमीन पर अतिक्रमणकारियों का कब्जा हो चुका है, और बड़े बड़े आलिसान भवन बन चुके हैं. इसके बावजूद भी जिले के डीएम, मत्स्य विभाग कोई कार्रवाई नही कर रही है.

बता दें कि उच्च न्यायालय ने एक आदेश में राज्य सरकार को फटकार लगाई है कि जल्द से जल्द तलाबों की अतिक्रमित भूमि को मुक्त कराया जाए. इस आदेश के बाद जिला प्रशासन हरकत में आई है, और मत्स्य विभाग ने तलाबों कोअतिक्रमण मुक्त बनाने के लिए आनन फानन में कई पत्र निर्गत किए हैं. जिला के सभी सीओ को मत्स्य विभाग के अधिकारी मनीष कुमार तलाब और जलकर के भूमि को अतिक्रमण मुक्त कराने के लिए पत्र जारी किया है. 

हाईकोर्ट के आदेश के बाद और सूबे के सीएम नीतीश कुमार के तल्ख तेवर के बाद जिला प्रशासन में हड़कंप मचा हुआ है. मत्स्य विभाग के पदाधिकारी मनीष कुमार ने बताया कि अतिक्रमणकारियों को चिन्ह्त कर लिया गया है, उन्हें नोटिस भेजा जा रहा है. जिला के सभी सीओ को पत्राचार किया गया है और इस साल के अंत तक तालाब और जलकरों के सभी अतिक्रमित भूमि अतिक्रमण मुक्त करा लिया जायेगा. तालाबों का सौंदर्यकरण किया जायेगा और उसमें मछली पालन कर राजस्व में वृद्धि किया जायेगा.