दुबई से शव लाने के लिए परिजन लगा रहे पीएम से गुहार, 13 दिन पहले हुई थी मौत
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दुबई से शव लाने के लिए परिजन लगा रहे पीएम से गुहार, 13 दिन पहले हुई थी मौत

घर में मची चीख-पुकार से पूरे गांव का माहौल गमगीन हो उठा है. आसपास के लोग ढांढस बंधाने के लिए पहुंच रहे हैं.

मृतक गोपाल की पत्नी विदेश मंत्री से गुहार लगा रही है.

बक्सर : बेटी की डोली धूमधाम से विदा करने का सपना पाल रखे गोपाल शर्मा की दुबई में मौत हो गई. आज उनके परिजन शव वापस भारत लाने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और विदेश मंत्री सुषमा स्वराज से गुहार लगा रहे हैं. 

गोपाल शर्मा अपनी बेटी पूजा की शादी धूमधाम से करना चाहता था, अपने हाथों बेटी के कन्यादान कर डोली विदा करने की हसरत थी. लेकिन नियति को कुछ और ही मंजूर था. बेटी की डोली उठने से पहले उसकी मौत हो गई. यह मनहूस खबर दुबई में रहने वाले गांव के ही युवक ने परिजनों को दी. उसके बाद परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल हो गया. 

पति के वियोग में पत्नी पूरी तरह बदहवास हो चुकी है. उनके दो बेटे और दो बेटियां हैं. घर में मची चीख-पुकार से पूरे गांव का माहौल गमगीन हो उठा है. आसपास के लोग ढांढस बंधाने के लिए पहुंच रहे हैं.

45 वर्षीय गोपाल अपने परिवार का एकमात्र कमाऊ सदस्य था. जिसकी मौत से परिवार पर मानो पहाड़ टूट पड़ा है. घर की आर्थिक स्थिति को ठीक करने और बेटी की शादी धूमधाम से करने को लेकर सात समुंदर पार गोपाल 18 माह पूर्व दुबई गया था. दुबई के जबलाली पार्क स्थित ट्रोजन कंपनी में कारपेटिंग का काम करता था. डेढ़ वर्ष पूर्व गांव आने के बाद गोपाल ने अपनी बड़ी बेटी पूजा की शादी तय कर चला गया था. दिसम्बर में शादी होने की तैयारी परिवार में चल रही थी, लेकिन नियति को यह सब मंजूर नहीं था.

13 दिन पहले आई मौत की सूचना के बाद परिजनों को न तो अब तक शव मिला और न ही इस बारे में पुख्ता जानकारी मिल सकी है. इसको लेकर पूरे गांव के लोग परेशान हैं. वहां से किसी प्रकार की कोई स्पष्ट जानकारी नहीं मिल रही है. परिवार के लोग परेशान और बेहाल हैं. 

ग्रामीणों ने बताया कि पांच दिन पूर्व बेटी की शादी के लिए दुबई से भेजा हुआ समान कूरियर से मिला था. मौत का कारण स्पष्ट नहीं हो रहा है. ग्रामीणों और परिजनों ने भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और विदेश मंत्री सुषमा स्वराज से उनके शव स्वदेश लाकर परिजनों को सौंपने और कंपनी से उचित मुआवजा देने की मांग की है.