झारखंड में पहले दृष्टिबाधित IAS बने बोकारो के डीसी, 2007 में पास की थी UPSC परीक्षा
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झारखंड में पहले दृष्टिबाधित IAS बने बोकारो के डीसी, 2007 में पास की थी UPSC परीक्षा

देश के पहले दृष्टिबाधित आईएएस अधिकारी राजेश सिंह ने आज बोकारो में पदभार ग्रहण किया. राजेश सिंह ने 32वें डीसी के रूप में बोकारो में पदभार ग्रहण किया है. उपायुक्त राजेश सिंह ने कहा कि सरकार ने मुझ पर भरोसा किया है और मैं खरा उतरने की पूरी कोशिश करूंगा.

राजेश सिंह ने 32वें डीसी के रूप में बोकारो में पदभार ग्रहण किया है.

बोकारो: देश के पहले दृष्टिबाधित आईएएस अधिकारी राजेश सिंह ने आज झारखंड के बोकारो में पदभार ग्रहण किया. राजेश सिंह ने 32वें डीसी के रूप में बोकारो में पदभार ग्रहण किया है. उपायुक्त राजेश सिंह ने कहा कि सरकार ने मुझ पर भरोसा किया है और मैं खरा उतरने की पूरी कोशिश करूंगा. बोकारो जिले के विकास में मैं कोई कसर नहीं छोडूंगा. 

उन्होंने कहा है कि मैं गरीबों के लिए काम करूंगा क्योंकि मैंने संघर्षपूर्ण जीवन जिया है और संघर्ष को बहुत करीबी से जाना और देखा है. आपको बता दें कि आईएएस राजेश सिंह को झारखंड सरकार ने बोकारो का उपायुक्त बनाया है. राजेश सिंह झारखंड सरकार में उच्च तकनीकी शिक्षा और कौशल विकास विभाग के विशेष सचिव थे.

वर्ष 2007 के आईएएस राजेश सिंह को वर्ष 2011 में पहली नियुक्ति मिली और इसके लिए उन्हें सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाना पड़ा. कारण यह था कि उस वक्त कि सरकार आईएएस. बनने के बाद इनके दृष्टि को आधार बनाकर नियुक्ति देने को तैयार नहीं थी . सुप्रीम कोर्ट के तत्कालीन मुख्य न्यायाधीश के नेतृत्व वाली दो सदस्यीय पीठ ने तब यह फैसला दिया कि इसके लिए दृष्टि की नहीं दृष्टि कोण की जरुरत है.

राजेश सिंह पटना जिले के धनरुआ गांव के रहने वाले है और यह गांव विशेष तौर पर लड्डुओं के लिए विख्यात है. बचपन में क्रिकेट खेलने के दौरान इनकी दृष्टि चली गयी थी. इसके बाद इन्होंने देहरादून मॉडल स्कूल और उसके बाद दिल्ली विश्वविद्यालय तथा जेएनयू से पढ़ाई की और वर्ष 2007 में यूपीएससी की परीक्षा पास कर देश के पहले दृष्टिहीन आईएएसबने.

 कोरोना जैसे आपातकाल में राज्य सरकार ने बोकारो जैसे जिले का दायित्व सौंप कर इनके विलक्षण कार्य शैली पर भरोसा दिखाया है . पदभार ग्रहण करने के बाद बोकारो के नए उपायुक्त राजेश कुमार ने कहा की कोई भी कमी बाधा नहीं बनेगी. मैंने जिस संघर्ष से यहां तक पहुंचा हूं मुझे लोगों का सहयोग और साथ काफी मिला है ऐसे में मैं लोगों का और खासकर मीडिया वालों का भी आभार व्यक्त करता हूं उन्होंने मुझे संघर्ष के समय मेरा साथ दिया. उन्होंने कहा कि मुझ पर सरकार ने भरोसा किया मैं इस पर खरा उतरने का काम करूंगा.