बिहार में बाढ़ का कहर, 11 जिलों की लाखों आबादी प्रभावित, कई नदियां लाल निशान से ऊपर
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बिहार में बाढ़ का कहर, 11 जिलों की लाखों आबादी प्रभावित, कई नदियां लाल निशान से ऊपर

बिहार और नेपाल के जलग्रहण क्षेत्रों में लगातार हो रही बारिश के कारण राज्य में बाढ. की स्थिति और बिगड़ रही है. राज्य की करीब सभी प्रमुख नदियां कई क्षेत्रों में लाल निशान के ऊपर बह रही हैं.

राज्य की करीब सभी प्रमुख नदियां कई क्षेत्रों में लाल निशान के ऊपर बह रही हैं.(प्रतीकात्मक तस्वीर)

पटना: बिहार और नेपाल के जलग्रहण क्षेत्रों में लगातार हो रही बारिश के कारण राज्य में बाढ. की स्थिति और बिगड़ रही है. राज्य की करीब सभी प्रमुख नदियां कई क्षेत्रों में लाल निशान के ऊपर बह रही हैं. सरकार द्वारा राहत और बचाव कार्य चलाया जा रहा है, लेकिन लोगों की परेशानियां कम नहीं हो रही हैं. 

इस बीच कई क्षेत्रों में बाढ. के कारण आवागमन प्रभावित हो गया है. जल संसाधन विभाग द्वारा मंगलवार को जारी रिपोर्ट में कहा गया है कि कोसी का जलस्तर वीरपुर बैराज के पास सुबह छह बजे 1.82 लाख क्यूसेक था, जो आठ बजे 1.83 लाख क्यूसेक हो गया. इसी प्रकार गंडक नदी में भी जलस्तर बढ.ने की संभावना बना हुई है. गंडक का जलस्राव वाल्मीकिनगर बराज के पास सुबह छह बजे 2.18 लाख क्यूसेक था जो आठ बजे बढ.कर 2. 36 लाख क्यूसेक तक पहुंच गया.

इस समय, राज्य की करीब सभी नदियां खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं. बागमती, बूढ़ी गंडक, कमला बलान व गंगा कई क्षेत्रों में खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं. बाढ. प्रभावित इलाकों में बाढ. का पानी नए क्षेत्रों में प्रवेश कर रहा है. लोग अपने घरों को छोड.कर ऊंचे स्थानों पर शरण ले रहे हैं.

इस बीच, बाढ. प्रभवित इलाकों में राहत और बचाव कार्य जारी है. आपदा प्रबंधन विभाग के सचिव रामचंद्र डू ने बताया कि बिहार की विभिन्न नदियों के बढ़े जलस्तर को देखते हुए आपदा प्रबंधन विभाग पूरी तरह से सतर्क है. नदियों के बढ़े जलस्तर से बिहार के 11 जिलों के कुल 93 प्रखंडों की 765 पंचायतें बाढ. से प्रभावित हुई हैं, जहां राहत शिविर चलाए जा रहे हैं.

उन्होंने बताया कि इन इलाकों में 29 राहत शिविर चलाए जा रहे हैं, जिसमें करीब 13 हजार लोग रह रहे हैं. उन्होंने बताया कि 703 सामुदायिक रसोईघर चलाए जा रहे हैं, जिनमें प्रतिदिन 3,28,357 लोग भोजन कर रहे हैं.

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने तटबंधों के दबाव वाले स्थानों पर इंजीनियरों को 24 घंटे तैनात रहने के निर्देश दिए हैं, जिससे प्रतिकूल परिस्थिति में आपातकालीन मरम्मत की जा सके.

इस बीच, बाढ. से पथ निर्माण विभाग की 110 सड.कें प्रभावित हुई हैं. इनमें से 28 सड.कों पर यातायात पूरी तरह से बाधित हुई हैं. पांच सड.कों के पुल, पुलिया या उसके संपर्क पथ क्षतिग्रस्त हो चुके हैं. पथ निर्माण विभाग के एक अधिकारी ने बताया कि 65 ऐसे सड.क मार्ग हैं, जिन पर बाढ. का पानी बह रहा है. कई सड.कों पर मरम्मत कर उसे दुरुस्त करने का काम शुरू कर दिया गया है. (इनपुट IANS से भी)