आर्टिकल 35ए को हटाने की खबरों को लेकर देश में राजनीति गरमाई हुई है. वहीं, अब आर्टिकल 35ए पर केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने बड़ा बयान दिया है.
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पटना/नई दिल्ली: जम्मू कश्मीर में दस हजार अतिरिक्त अर्धसैनिक बलों की तैनाती और आर्टिकल 35ए को हटाने की खबरों को लेकर देश में राजनीति गरमाई हुई है. वहीं, अब आर्टिकल 35ए पर केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने बड़ा बयान दिया है.
आर्टिकल 35ए के मुद्दे पर ट्वीट करते हुए गिरिराज सिंह ने विपक्षी दलों पर भी निशाना साधा. उन्होंने कहा, 'कई विपक्षी दल कश्मीर का विकास नहीं चाहते, वो वहां के लोगों को 35ए के नाम पर डराते रहते हैं. कश्मीर में विकास की अपार संभावनाएं हैं, यह दूसरा स्विट्जरलैंड बन सकता है अगर इसमें फारूक अब्दुल्ला और महबूबा मुफ्ती जैसे लोग बाधक न बने.'
कई विपक्षी दल कश्मीर का विकास नहीं चाहते,वो वहां के लोगों को 35a के नाम पर डराते रहते हैं।
कश्मीर में विकास की अपार संभावनाएं हैं, यह दूसरा स्विट्जरलैंड बन सकता है अगर इसमें फारूक अब्दुल्ला और महबूबा मुफ्ती जैसे लोग बाधक न बने!— Shandilya Giriraj Singh (@girirajsinghbjp) July 28, 2019
वहीं, जेडीयू गिरिराज सिंह के बयान से सहमत नहीं है. जेडीय प्रवक्ता राजीव रंजन ने कहा है कि लोकतंत्र सहमति से चलता है. ठीक है हमारा उनसे हमारे विरोध है. लेकिन उनकी बात को दरकिनार कर अगके नहीं बढ़ सकते. फारुख अब्दुल्ला कश्मीर की राजनीति में 40 साल से अहम रूप से सक्रिय हैं. कई सरकारों में काम किया है.
साथ ही जेडीयू ने कहा है कि महबूबा मुफ्ती भी जम्मू कश्मीर की वरिष्ठ नेता हैं. उनके पिता मुफ़्ती मोहम्मद सईद भी अहम पदों पर रहे हैं. राजीव रंजन ने कहा है कि एक बात बिल्कुल साफ है कि धारा 370 और 35 a पर जो पुरखों ने नियम बनाये हैं उससे जेडीयू भी समझौता नहीं करेगी. किसी भी कीमत पर विवादित विषयों पर हम साथ नहीं देंगे