गुजरात के ओबीसी नेता अल्पेश ठाकुर पहुंचे पटना, लगाएंगे ओबीसी वोट बैंक में सेंध
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गुजरात के ओबीसी नेता अल्पेश ठाकुर पहुंचे पटना, लगाएंगे ओबीसी वोट बैंक में सेंध

बिहार कांग्रेस के प्रभारी सचिव अल्पेश ठाकुर गुजरात से पटना पहुंच गए हैं. अल्पेश ठाकुर गुजरात के ओबीसी नेता हैं.

अल्पेश ठाकुर पटना पहुंच गए हैं.

पटनाः बिहार कांग्रेस के प्रभारी सचिव अल्पेश ठाकुर गुजरात से पटना पहुंच गए हैं. अल्पेश ठाकुर गुजरात के ओबीसी नेता हैं. वह बुधवार को पटना पहुंचे. गुजारात के राधानगर से विधायक अल्पेश ठाकुर ने कहा कि बिहार हो या पूरा देश सभी जगह एक तरह की परेशानियां है. सभी जगह बेरोजगारी और लॉ एंड ऑडर्र बिगड़ रहा है.

अल्पेश ने कहा कि जिस तरह से केंद्र सरकार एससी-एसटी के आरक्षण की बात कर रही है. उससे उन्हें संवैधानिक लाभ नहीं मिल रहा है. बिहार दौरा को लेकर पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि वह यहां कांग्रेस को मजबूत करने आए हैं.

कांग्रेस बिहार में अच्छी स्थिती में नहीं है इस सवाल पर उन्होंने कहा कि, वह जमीन स्तर पर युवा कार्यकर्ताओं को पूरे प्रदेश से शामिल करेंगे. और जो सीनियर नेता हैं उनके अनभवों का भी हम लाभ लेंगे. युवा कार्यकर्ता और सीनियर नेता दोनों का समन्यव्य कर पार्टी संगठन को आगे बढ़ाएंगे. और पार्टी के जनाधार को बढ़ाएंगे.

उन्होंने कहा कि पार्टी के तमाम बिंदुओं पर गंभीरता से परखेंगे और उसके बाद बेहतर रणनीति के साथ पार्टी को आने वाले चुनाव में ज्यादा से ज्यादा फायदा पहुंचाने के लिए काम करेंगे.

हाल ही में, गुजरात चुनाव में कांग्रेस के लिए अहम भूमिका निभाने वाले अल्पेश ठाकोर को राहुल गांधी ने ओबीसी वोट बैंक के मद्देनजर बिहार का प्रभारी सचिव बनाया है. पार्टी के बिहार प्रभारी शक्ति सिंह गोहिल भी गुजरात से ही आते हैं. माना जा रहा है कि अल्पेश ठाकुर बिहार में एनडीए की ओबीसी वोट बैंक में सेंध लगा सकते हैं.

वहीं, बुधवार को बिहार कांग्रेस प्रभारी शक्ति सिंह गोहिल के बयान पर प्रदेश में बवाल मच गया है. दरअसल शक्ति सिंह गोहिल ने केंद्र सरकार और राज्य सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि बिहार के युवा जूता बनाने के बेस्ट कारिगर हैं. सरकार अगर राज्य में जूते की फैक्ट्री लगा दें तो उन्हें बाहर जाना नहीं होगा. बिहार के युवा जूता बनाने में माहिर है. और वह राज्य में रहकर काम कर सकते हैं. आज उन्हीं कारिगरों को दिल्ली में जाकर काम करना पड़ता है. और वहां के बने जूतों को यहां खरीदना पड़ता है.

शक्ति सिंह गोहिल के इस बयान के बाद से बिहार में बवाल मच गया है. शक्ति सिंह बिहार की युवाओं की बड़ाई करना चाहते थे लेकिन उन्होंने ऐसा उदाहरण पेश किया कि सत्ता पक्ष से लेकर विपक्ष दल आरजेडी भी नाराज हो गई. बिहार की युवाओं को बेस्ट जूता कारिगर बताकर शक्ति सिंह गोहिल खुद फंस गए हैं. 

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