Sarhul Festival 2025: गुमला: झारखंड के गुमला जिले के घाघरा प्रखंड में प्रकृति का पावन पर्व सरहुल पूरे श्रद्धा और उल्लास के साथ मनाया गया. इस दौरान लोगों ने धरती माता की विधिवत पूजा-अर्चना करने के साथ प्रखंड की सुख-शांति और खुशहाली के लिए विशेष प्रार्थना की.
जिले के सरना झखरा कुंभ, नेतरहाट रोड से एक भव्य शोभायात्रा निकाली गई, जिसमें हजारों की संख्या में सरना धर्मावलंबी और स्थानीय लोग पारंपरिक वेशभूषा में शामिल हुए.
ढोल-नगाड़ों की थाप पर झूमते महिला-पुरुषों की टोली ने पूरे शहर को सरहुल के रंग में रंग दिया. शोभायात्रा का विभिन्न सामाजिक संगठनों ने चना-गुड़ और शरबत से स्वागत किया.
यह शोभायात्रा नगर के प्रमुख मार्गों से होते हुए जग बगीचा करम डीपा मैदान पहुंची, जहां यह एक जनसभा में तब्दील हो गई.
इस दौरान रवि पाहन ने कहा कि सरहुल सिर्फ एक पर्व नहीं, बल्कि प्रकृति के प्रति हमारी आस्था और कृतज्ञता का प्रतीक है. पर्यावरण संरक्षण के लिए हमें संकल्प लेना चाहिए.
वहीं, जिला परिषद सदस्य सतवंती देवी ने कहा कि आदिवासी समाज प्रकृति के पुजारी हैं. हमें अपनी सभ्यता और संस्कृति से जुड़े रहने की जरूरत है.
बता दें कि सभा में बेहतर अखाड़ा प्रदर्शन करने वालों को सरहुल सरना संचालन समिति की ओर से एक-एक मंदिर देकर सम्मानित किया गया. (इनपुट - रणधीर निधि)
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