झारखंड : पुलिस मुठभेड़ में मारा गया संथाल परगना का 'आतंक' ताला दा
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झारखंड : पुलिस मुठभेड़ में मारा गया संथाल परगना का 'आतंक' ताला दा

संथाल परगना के माओवादी जोनल कमांडर के आतंक का अंत होने के बाद पुलिस काफी उत्साहित है.

झारखंड : पुलिस मुठभेड़ में मारा गया संथाल परगना का 'आतंक' ताला दा

दुमका : झारखंड के दुमका के शिकारीपाड़ा थाना क्षेत्र में पुलिस और नक्सलियों के बीच मुड़भेड़ में संथाल परगना का आतंक माओवादी जोनल कमांडर ताला दा उर्फ सहदेव राय के मारे जाने के बाद पुलिस का उत्साह काफी बढ़ गया है. पहले गोपीकांदर प्रखंड के एरिया कमांडर और बाद में संथाल परगना का जोनल कमांडर के रूप में चर्चित और इनामी नक्सली ताला दा को आत्मसमर्पण कराने के लिए पुलिस ने कई बार प्रयास किया, लेकिन सफलता नहीं मिली.

अंतत: रविवार को पुलिस और नक्सलियों के बीच मुठभेड़ में ताला दा मारा गया. दुमका के पुलिस अधीक्षक वाईएस रमेश ने नक्सलियों से अपील किया है कि, 'जल्द ही आत्मसमर्पण कर दें, नहीं तो जो हाल ताला दा का हुआ है वहीं उनका भी होगा.' 

संथाल परगना के माओवादी जोनल कमांडर के आतंक का अंत होने के बाद पुलिस काफी उत्साहित है. दुमका के शिकारीपाड़ा थाना क्षेत्र के छातुपाड़ा में हुए नक्सली मुड़भेड़ के बाद पुलिस को कई सुराग भी हाथ लगे हैं. पुलिस ने नक्सली दस्ते में शामिल हार्डकोर नक्सली बिजय दा और पीसी दा से आत्मसमर्पण करने की अपील की है. पुलिस का कहना है कि अगर समय रहते नक्सली आत्मसमर्पण नहीं करेंगे तो विकास में बाधक नक्सलियों का हश्र भी ताला दा जैसे कर दिया जायेगा.

दुमका में नक्ससलियों का आतंक कई वर्षों से लगातार देखने को मिलता आ रहा है. 2013 में जुलाई के महीने में हुए नक्सली हमले में एसपी अमरजीत बलिहार समेत पांच पुलिसकर्मी भी शहीद हो गए थे. नक्सलियों ने इनकी हत्या कर दो एके-47 समेत चार इंसास रायफल, मैगजीन और गोलियां लूटकर फरार हो गए थे. इस हमले का नेतृत्व ताला दा ने किया था.

संथाल परगना में तकरीबन चार दर्जन से अधिक मामलों में शामिल ताला पुलिस के लिए सिरदर्द बना हुआ था. 30 वर्षीय ताला की हुकूमत जंगल के इलाके में चलती थी. लेवी वसूली से लेकर हत्या की वारदातों में शामिल रहा ताला मूलत: दुमका के काठीकुंड के बड़ा सरुवापानी गांव का रहनेवाला था. इस क्षेत्र में प्रवीर दा उर्फ प्रवील दा उर्फ हिरेंद्र मुर्मू की दस्ता की सक्रिय होने के साथ समय-समय पर अपनी मजबूत उपस्थिति दर्ज कराने में सफल रहा है. पुलिस नक्सलियों के बीच होते रहे मुठभेड़ में अहम भूमिका निभाने वाली एसएसबी की टीम ने संथाल परगना से नक्सलियों का सफाया करने के लिए कई योजनएं भी बनायी है. 

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