हार्दिक पटेल ने पटना में लगाया नीतीश के वोट बैंक पर निशाना, कहा-जिसको जो करना है कर ले
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हार्दिक पटेल ने पटना में लगाया नीतीश के वोट बैंक पर निशाना, कहा-जिसको जो करना है कर ले

कभी गुजरात में पटेलों को आरक्षण के नाम पर नीतीश कुमार ने हार्दिक पटेल का समर्थन किया था. लेकिन जब से नीतीश एनडीए का हिस्सा बने हैं तब से हालात बदल गए हैं.

पटना में पटेल जागरुकता सम्मेलन के दौरान हार्दिक पटेल. PTI

नई दिल्ली : गुजरात में पटेल अनामत आंदोलन समिति के संयोजक हार्दिक पटेल ने भाजपा के बाद अब जेडीयू प्रमुख नीतीश कुमार पर निशाना साधा है. कभी गुजरात में पटेलों को आरक्षण के नाम पर नीतीश कुमार ने हार्दिक पटेल का समर्थन किया था. लेकिन जब से नीतीश एनडीए का हिस्सा बने हैं तब से हार्दिक पटेल ने नीतीश पर भी निशाना साधने लगे हैं. अब उन्होंने नीतीश कुमार के सबसे बड़े वोट बैंक कुर्मी समाज को साधने का प्रयास किया है. शुक्रवार को पटना में रैली में उन्होंने कुर्मी समाज को साधने के बहाने नीतीश कुमार पर हमला बोला.

पटना में पटेल जागरुकता सम्मेलन को संबोधित करते हुए हार्दिक पटेल ने नीतीश कुमार की सरकार पर आरोप लगाया कि उन्होंने लोगों को उनकी रैली में आने से रोका. उन्होंने कहा, मेरी रैली में आने से गाड़ियों को रोका गया है. शहर के बाहर नाकेबंदी की गई है. इसके बावजूद भी आप आये आपका धन्यवाद. हार्दिक पटेल ने कहा, आपकी आवाज उन तक पहुंचनी चाहिए जो हमारे हैं पर हमारे साथ नहीं है.

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बिहार में तमाम जातियों को साधते हुए हार्दिक पटेल ने अपना बताते हुए कहा, मेरा नाम कुर्मी कुशवाहा धानुक हार्दिक पटेल है. उन्होंने कहा, मुझे बिहार आने से रोकने से प्रयास भी किया गया. मुझे गुजरात की ही तरह का जोश बिहार में भी देखने को मिला है. बिहार में कुर्मी समाज एक जुट न हो इसको लेकर किस तरह बांटा गया है. इससे हम सब वाकिफ हैं.

हार्दिक पटेल ने कहा, बिहार पिछड़ा राज्य है, इसको बदलने की जरूरत है. जब तक आप जागरूक नही बनेंगे तब तक आपको लोग इस्तेमाल करते रहेंगे. केंद्र सरकार पर हमला बोलते हुए हार्दिक ने कहा, स्वामीनाथन आयोग की सिफारिशों को लागू करने की बात कही गई थी, लेकिन हुआ क्या. रोजगार के मुद्दे पर भी उन्होंने सरकार को घेरा.

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मैं किसी का विरोध करने नही आय हूं. मैं जानता हूं अब हमारी बातें नहीं सुनी जाएंगी. हम दोनों साथ चले थे. रास्ता उन्होंने बदल लिया इसमे हम क्या करें. हमने कहां विरोध किया.  कहते हैं छिप छिप के अपना अपना मुख्यमंत्री है. अगर किसी बक्सा से फल खराब है उसे निकाल देना चाहिए. कुर्मी कुशवाहा और धानुक एक हो जाएं तो कोई कुछ नही कर सकता. चेहरे के नाम पर लड़ाई है. उन्होंने कहा, अगले दो साल के अंदर गांधी मैदान में 10 लाख कुर्मियो को इक्कठा करना है. जिसको जो करना है कर लो.