रहस्यमयी बीमारी पर रिसर्च के लिए एक साल का समय, डॉक्टर कर रहे अच्छा काम- हर्षवर्धन
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रहस्यमयी बीमारी पर रिसर्च के लिए एक साल का समय, डॉक्टर कर रहे अच्छा काम- हर्षवर्धन

पिछले एक पखवाड़े में एक्यूट इंसेफेलाइटिस सिंड्रोम (एईएस) के कारण 81 बच्चों की मौत हो चुकी है. वहीं, दौरे के बाद हर्षवर्धन ने प्रेस कॉन्फ्रेंस किया और कहा कि पिछले कुछ सालों में ऐसे केस में काफी कमी आई थी.

 रहस्यमयी बीमारी पर रिसर्च के लिए एक साल का समय, डॉक्टर कर रहे अच्छा काम- हर्षवर्धन

पटना: केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन ने रविवार को बिहार के मुजफ्फरपुर जिले का दौरा किया, जहां पिछले एक पखवाड़े में एक्यूट इंसेफेलाइटिस सिंड्रोम (एईएस) के कारण 81 बच्चों की मौत हो चुकी है. वहीं, दौरे के बाद हर्षवर्धन ने प्रेस कॉन्फ्रेंस किया और कहा कि पिछले कुछ सालों में ऐसे केस में काफी कमी आई थी.

बच्चों का मौत दुखदायक
उन्होंने कहा कि पिछले कुछ सालों में ऐसे केस में काफी कमी आई थी. बच्चों का मौत बहुत ही दुखदायक है और इस कल्पना से ही हम सब को तकलीफ होती है. जो बच्चे तकलीफ होने के बाद ,बुखार कन्व्यूलजन  होने के बाद ज्यादातर मरीज हैं. उनके माता पिता से पता चला की तकलीफ सुबह-सुबह हुई और वो हॉस्पिटल आ जिसमें समय लगा. लेकिन जो समय पर आ गए उनकी अच्छी रिकवरी हुई है.

डॉक्टरों की तारीफ 
साथ ही डॉक्टरों की तारीफ करते हुए हर्षवर्धन ने कहा कि डॉक्टर्स बहुत ही विषम परिस्थितियों में काम करते हैं और जो मरीज समय पर आए उनका अच्छे से इलाज किया गया है. 

बनेगा पेडियाट्रिक वार्ड
हमने एक साल की टाइम लाइन दी है और भारत सरकार भी सपोर्ट देगा जिस्म रिसर्च पर काम होगा और जो बच्चो की आईसीयू की व्यवस्था पर्याप्त नहीं है और इसलिए काम से काम 10 बेड का एक्सक्लूसिव पेडियाट्रिक आईसीयू बनाने का फ़ास्ट ट्रैक पर काम करे काम से काम अगले साल तक ये तैयार हो जाएगा. उन्होंने कहा कि ये बीमारी अचानक आती है और कई बच्चों को हो जाती है. 

गर्मी और नमी है संभावित कारण
हर्षवर्धन ने कहा बीमारी का संभावित रोल गर्मी और नमी से है. हमारा अर्थसाइंस मंत्रालय और आईएमडी की जो सेंटर उससे जानकारी मौसम के बारे जानकारी देकर एम्बुलेंस को और ज्यादा बेहतर तरीके से इक्विप कर सकते हैं ताकि मरीज हॉस्पिटल तक सुरक्षित पहुंच सकें.

हालांकि, बीमारी के कारण अनाधिकारिक रूप से 100 से अधिक की मौत होने की बात कही जा रही है क्योंकि कुछ बच्चों की मौत अस्पताल में भर्ती होने से पहले हो गई थी. केंद्रीय स्वास्थ्य राज्य मंत्री अश्विनी कुमार चौबे और बिहार के स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडे के साथ हर्षवर्धन ने राज्य के स्वामित्व वाले श्रीकृष्णा मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल (एसकेएमसीएच) का दौरा किया.