HC ने देवघर मामले में सुनाया फैसला, वर्चुअल दर्शन की दी इजाजत
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HC ने देवघर मामले में सुनाया फैसला, वर्चुअल दर्शन की दी इजाजत

 कोरोना संक्रमण की आशंका को देखते हुए इस बार देवघर के बाबा वैद्यनाथ धाम में लगने वाला श्रावणी मेला स्थगित कर दिया गया है. इस बीच, देवघर जिला प्रशासन ने विभिन्न राष्ट्रीय और स्थानीय टीवी चैनलों के माध्यम से बाबा वैद्यनाथ का लाइव दर्शन कराने की योजना बनाई है. 

हाईकोर्ट देवघर मंदिर को खुलने पर फैसला अब आज की जगह सोमवार को सुनाएगी.(फाइल फोटो))

रांची: आज हाईकोर्ट ने देवघर मंदिर को खोले जाने पर फैसला सुनाया. अदालत ने सभी पक्षों की राय ली है  और वर्चुअल दर्शन की इजाजत दी है. सरकार की तरफ से इसे लेकर मसौदा भी हाईकोर्ट को दिया गया है. सरकार की तरफ से कोर्ट को जानकारी दी गई कि श्रद्धालुओं के लिए मंदिर खोलना संभव नहीं है. वहीं, हाईकोर्ट ने भी ऑनलाइन दर्शन की तैयारी करने को लेकर आदेश दिया है.

दरअसल, कोरोना संक्रमण की आशंका को देखते हुए इस बार देवघर के बाबा वैद्यनाथ धाम में लगने वाला श्रावणी मेला स्थगित कर दिया गया है. इस बीच, देवघर जिला प्रशासन ने विभिन्न राष्ट्रीय और स्थानीय टीवी चैनलों के माध्यम से बाबा वैद्यनाथ का लाइव दर्शन कराने की योजना बनाई है. इसके लिए शहर के मुख्य चौक-चौराहों पर बड़ी-बड़ी स्क्रीन लगाई जाएगी.

देवघर की उपायुक्त नैंसी सहाय ने बताया कि 31 जुलाई तक वैसे भी झारखंड के सभी मंदिर बंद हैं. बाबा वैद्यनाथ मंदिर परिसर में आम श्रद्घालुओं का प्रवेश पूर्णत: प्रतिबंधित है. झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने गुरुवार को देवघर उपायुक्त और दुमका उपायुक्त के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए बात की है. मुख्यमंत्री ने निर्देश दिया है कि देवघर या दुमका की सीमा में किसी भी राज्य की बस को प्रवेश नहीं दिया जाए. शिव-गंगा में किसी को स्नाान करने की इजाजत नहीं होगी.

मुख्यमंत्री ने कहा है कि सावन में पूरे देश से श्रद्घालु बाबाधाम और बासुकीनाथ आते हैं. इस दौरान और मंदिर में कहीं भी भीड़ न लगे यह सुनिश्चित करना होगा. मुख्यमंत्री सोरेन ने कहा, "सरकार कोरोना काल में लोगों के स्वास्थ्य को लेकर कोई जोखिम नहीं लेना चाहती. इसलिए इस साल श्रावणी मेला स्थगित करने का निर्णय लिया गया है. सामाजिक व्यवस्था और परंपरा को स्थगित रखते हुए काम करना है."

मुख्यमंत्री ने कहा कि संक्रमण के कारण श्रद्घालु मंदिर नहीं आ रहे हैं. सिर्फ पुजारी भगवान की आराधना कर रहें हैं. ऐसे में जिला प्रशासन दुमका और बासुकीनाथ मंदिर के भीतरी और बाहरी परिसर का निरीक्षण करे.

उन्होंने आवश्यकतानुसार निर्माण, बदलाव और श्रद्घालुओं की सुविधाओं के लिए विकास जल्द करने का निर्देश दिया. रंग रोगन करके बाबा मंदिर और बासुकीनाथ मंदिर को और भव्य बनाया जाएगा. मंदिर परिसर को हाइजेनिक बनाने का निर्देश भी मुख्यमंत्री ने दिया है.(इनपुट IANS से भी)

उन्होंने विभिन्न स्थानों पर सूचना पट्ट के माध्यम से श्रावणी मेला स्थगित होने की दी जानकारी भी देने का निर्देश दिया है. उल्लेखनीय है कि देवघर पंडा धर्मरक्षिणी सभा के प्रतिनिधिमंडल ने भी दो दिन पहले मुख्यमंत्री से मुलाकात कर बाबा वैद्यनाथधाम मंदिर बन्द रहने से हो रही परेशानियों से मुख्यमंत्री को अवगत कराया था तथा आर्थिक सहायता देने के लिए उपयुक्त कदम उठाने का आग्रह किया था.

गौरतलब है कि श्रावणी मेला बंद करने के सरकार के आदेश के खिलाफ पटना उच्च न्यायालय में याचिका दायर की गई, जिस पर शुक्रवार को निर्णय आना है.