CM हेमंत सोरेन का अधिकारियों को निर्देश- 21 दिन नहीं, 2 महीने का बैकअप लेकर करें काम
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CM हेमंत सोरेन का अधिकारियों को निर्देश- 21 दिन नहीं, 2 महीने का बैकअप लेकर करें काम

सीएम ने सभी अधिकारियों को कार्य का आवंटन कर लोगों को राहत पहुंचाने का निर्देश दिया. साथ ही छोटे कार्गो विमान की व्यवस्था करने को भी कहा ताकि जरूरी सामान आने में परेशानी नहीं हो. वहीं, राज्य स्तरीय कंट्रोल रूम में मिलने वाली सूचनाओं पर तुरंत कार्रवाई करने के लिए भी कहा है.

मुख्यमंत्री ने वरीय अधिकारियों के साथ बैठकर स्थिति की समीक्षा की.(फाइल फोटो)

रांची: मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने बुधवार को कोरोना वायरस से निपटने के लिए सूचना भवन में स्थापित राज्यस्तरीय नियंत्रण कक्ष का निरीक्षण किया. मुख्यमंत्री ने वरीय अधिकारियों के साथ कोरोना वायरस के संक्रमण को रोकने के लिए उठाए जा रहे कदमों की समीक्षा की.

इस दौरान सीएम ने सभी अधिकारियों को कार्य का आवंटन कर लोगों को राहत पहुंचाने का निर्देश दिया. साथ ही छोटे कार्गो विमान की व्यवस्था करने को भी कहा ताकि जरूरी सामान आने में परेशानी नहीं हो. वहीं, राज्य स्तरीय कंट्रोल रूम में मिलने वाली सूचनाओं पर तुरंत कार्रवाई करने के लिए भी कहा है.

साथ ही हेमंत सोरेन ने आदेश दिया है कि राज्य में जहां कहीं भी होम क्वारंटाइन हो रहा है, उसे तत्काल बंद कर दिया जाए. सरकार के क्वारंटाइन में लोग रहेंगे. उन्होंने कहा कि गांवों में घर छोटे होते हैं और ऐसे में परिवार के सदस्यों या संपर्क में आने वाले व्यक्ति में संक्रमण फैलने का खतरा हो सकता है. इस बात का सभी अधिकारी ध्यान रखें. राज्य में होने वाली मृत्यु की भी जानकारी जुटाएं. मौत के कारणों को जानें.

साथ ही उन्होंने अधिकारियों से स्पष्ट रूप से कहा है कि आप सभी 21 दिन का नहीं 2 माह का बैकअप लेकर काम करें. थर्मल गन, जांच मशीन, मास्क, टेस्ट किट, पीसीआर मशीन, पीपीए ड्रेस, ग्लोब्स जैसे जरूरी चीजों की कमी नहीं होनी चाहिए. यह सभी पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध रहनी चाहिए.

अधिकारियों को कार्य की जिम्मेवारी सौंपे
मुख्यमंत्री ने कहा कि लॉकडाउन के दौरान विभागों में कार्य नहीं हो रहा है. ऐसे में अधिकारियों को कार्य की जिम्मेवारी दें. एक संरचना तैयार करें. नोडल अफसर नियुक्त होना चाहिए. इनसे राज्य के बाहर फंसे लोगों को मदद पहुंचाने, जरूरतमंदों को राशन व जरूरी सामान उपलब्ध कराने हेतु कार्य सौंपा जाए. राज्यवासियों का पूरा ध्यान रखना सरकार की प्राथमिकता में है.

बाहर से आए लोगों की निगरानी रखें, बाहर फंसे लोगों की मदद करें
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य में बाहर से आने वाले लोगों की कड़ी निगरानी करें. उनके क्वारंटाइन को प्राथमिकता दें. साथ ही राज्य के बाहर फंसे झारखंड के लोगों की मदद करें. इसके लिए विभिन्न राज्यों के कंट्रोल रूम का नंबर फंसे हुए लोगों को उपलब्ध कराएं. झारखंड में संचालित कंट्रोल रूम का नंबर पूरे देश में प्रसारित करें, ताकि फंसे लोगों को मदद पहुंचाया जा सके. देश के राज्यों के फूड सप्लाई डिपार्टमेंट से भी संपर्क स्थापित कर फंसे हुए लोगों को खाद्यान्न उपलब्ध कराने की व्यवस्था करें. इस कार्य में स्वंय सेवी संस्थाओं की भी मदद लें.

छोटे मालवाहक विमान की व्यवस्था करें
मुख्यमंत्री ने कहा कि लॉक डाउन के दौरान अन्य राज्यों से जरूरी मशीन, दवा व अन्य जरूरी वस्तुओं को लाने में परेशानी का सामना करना पड़ सकता है. ऐसी स्थिति में एक छोटे मालवाहक विमान की व्यवस्था करें. ताकि जरूरी सामान झारखंड समय पर आ सके.

आपको बता दें कि झारखंड में अभी तक कोई कोरोना पॉजिटिव मरीज नहीं मिला है. अब तक 93 लोगों की जांच की गई है और सभी निगेटिव पाए गए हैं.