झारखंडी अस्मिता मेरे लिए सर्वोपरि, विकास के ट्रैक पर आ गई गाड़ी: हेमंत सोरेन
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झारखंडी अस्मिता मेरे लिए सर्वोपरि, विकास के ट्रैक पर आ गई गाड़ी: हेमंत सोरेन

झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने उपराजधानी दुमका के पुलिस लाईन मैदान में परेड की सलामी ली, साथ ही, संथाल परगना के विभिन्न जिला से आए हुए आकर्षक झांकी की भी सलामी ली. इस मौके पर मुख्यमंत्री ने कहा कि झारखंड के पूर्ण विकास के लिए सरकार दिन-रात काम कर रही है.

हेमंत सोरेन ने गणतंत्र दिवस पर ध्वजारोहण किया.

सुबीर चटर्जी/दुमका: झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने दुमका (Dumka) में पुलिस लाइन मैदान में ध्वजरोहण के बाद सलामी ली. इससे पहले सीएम हेमंत सोरेन ने 8 बजकर 55 मिनट पर परेड का निरीक्षण किया और सुबह के ठीक 9 बजे ध्वजरोहण किया. झंडोत्तोलन के बाद सीएम ने मार्च पास्ट की सलामी ली और लोगों को संबोधित किया.

झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने उपराजधानी दुमका के पुलिस लाईन मैदान में परेड की सलामी ली, साथ ही, संथाल परगना के विभिन्न जिला से आए हुए आकर्षक झांकी की भी सलामी ली. इस मौके पर मुख्यमंत्री ने कहा कि झारखंड के पूर्ण विकास के लिए सरकार दिन-रात काम कर रही है.

झारखंडी अस्मिता सर्वोपरि
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन (Hemant Soren) ने कहा, 'झारखंड और झारखंडी अस्मिता मेरे लिए सर्वोपरि है. सामाजिक न्याय के साथ एक सशक्त और विकसित झारखंड के निर्माण के संकल्प को लेकर मैं पूरी निष्ठा और तत्परता से काम कर रहा हूं और मुझे इसमें आप सब का भरपूर सहयोग भी मिल रहा है. हम सब जानते हैं कि विगत एक वर्ष हमारे लिए कठिन रहा, इस दौरान हमें कई तरह की चुनौतियों और समस्याओं का सामना करना पड़ा है.'

कोरोना नियंत्रण में मिली सफलता
उन्होंने कहा कि कोरोना महामारी (Corona virus) से उत्पन्न परिस्थितियों से निपटने के लिए हम हर मोर्चे पर लड़े हैं. आप सबों की मेहनत का ही प्रतिफल है कि कोरोना महामारी को नियंत्रित करने में हमें सफलता प्राप्त हुई है.'  

इस दौरान राज्य सरकार ने कई ऐसे निर्णय लिये जिसकी सराहना देशभर में हुई. चाहे तेलंगाना से रांची के लिए चलने वाली देश की पहली श्रमिक स्पेशल ट्रेन की बात हो या दूर दराज के राज्यों में फंसे मजदूर भाईयों को एयर लिफ्ट कराकर सकुशल घर वापसी की बात हो, हमारी सरकार ने हर कदम पर संवेदनशीलता एवं प्रतिबद्धता का परिचय दिया है. यह इस बात का पुख्ता प्रमाण है कि राज्य का अंतिम व्यक्ति हमारी सरकार की प्राथमिकता में सबसे उपर है.'

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टीकाकरण टीम का किया गया गठन
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कहा, 'कोरोना महामारी के विरूद्ध लड़ाई में नया वर्ष हमारे लिये नई उम्मीदें लेकर आया है. 16 जनवरी से कोविड-19 (Covid-19) टीकाकरण का शुभारंभ राज्य के 48 केन्द्रों पर किया गया है. कोविड-19 से बचाव, नियंत्रण एवं समुचित तरीके से टीकाकरण (Vaccination) हेतु जिला अस्पताल एवं सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों में टीकाकरण टीम का गठन किया गया है.

विकास की गाड़ी आ गई है अपने ट्रैक पर
सोरेन ने कहा, 'निर्धारित SOP के अनुसार चरणबद्ध तरीके से राज्य में टीकाकरण अभियान चलाया जा रहा है. इसमें कोई दो राय नहीं है कि पिछले एक वर्ष के दौरान इस वैश्विक महामारी ने हमारे सामाजिक-आर्थिक ताने-बाने को नुकसान पहुंचाकर विकास की गति को अवरूद्ध किया है. विकास की गाड़ी को अपने ट्रैक पर लाकर उसे गति प्रदान करने की चुनौती को स्वीकारते हुए विगत 29 दिसंबर को सरकार के प्रथम वर्षगांठ के अवसर पर हमने कई महत्वपूर्ण योजनाओं और नीतियों की शुरुआत की है.'

किसानों से किए गए वादों को सरकार ने किया पूरा
उन्होंने कहा, 'किसानों से किए गए वादे को पूरा करते हुए हमारी सरकार द्वारा झारखंड राज्य कृषि ऋण माफी योजना का शुभारम्भ किया गया है. इस योजना के तहत 50,000 रुपए तक की बकाया राशि माफ हो जायेगी. इस योजना के कार्यान्वयन में 2000 करोड़ रुपए की राशि खर्च होगी. हमारे मेहनतकश किसान दिन-रात मेहनत कर फसल उगाते हैं, परन्तु प्राकृतिक विपदा के कारण कई बार उनकी फसल को नुकसान होता है तथा ऐसी परिस्थिति में किसान अपने आप को असहाय महसूस करते हैं.'

सीएम ने कहा कि किसानों को राहत पहुंचाने के लिए हमारी सरकार ने झारखंड राज्य फसल राहत योजना (JRFRY) के नाम से एक नई योजना की शुरुआत की है. इस योजना के तहत किसी भी प्राकृतिक आपदा और प्राकृतिक दुर्घटनाओं के कारण फसल क्षति की स्थिति में कृषकों को आर्थिक सहायता प्रदान की जायेगी. इस वित्तीय वर्ष में इस योजना के लिए हमने 100 करोड़ रुपए की राशि का प्रावधान किया है.

आदर्श विद्यालय की परिकल्पना होगी सरकार
मुख्यमंत्री ने कहा कि अच्छी शिक्षा, बेहतर रोजगार के नारे के साथ राज्य सरकार द्वारा 80 उत्कृष्ट विद्यालय तथा 325 प्रखंड स्तरीय लीडर स्कूल के साथ-साथ 4091 ग्राम पंचायत स्तरीय आदर्श विद्यालयों की परिकल्पना की गई है. इस हेतु 1885 करोड़ रुपये की योजना स्वीकृत की गई है.

संथाल परगना क्षेत्र की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत को संरक्षित रखने तथा क्षेत्रीय सांस्कृतिक गतिविधियों को विस्तार देने हेतु राज्य की उप-राजधानी दुमका में कन्वेंशन सेन्टर का निर्माण कराया जा रहा है. जिसे शीघ्र ही जनता को समर्पित किया जायेगा.  यह कन्वेशन सेन्टर स्थानीय कलाकारों को मंच देने में मदद करेगा.

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