Jharkhand में बड़ी साजिश नाकाम, बोकारो में भारी मात्रा में मिले विस्फोटक पदार्थ
Advertisement

Jharkhand में बड़ी साजिश नाकाम, बोकारो में भारी मात्रा में मिले विस्फोटक पदार्थ

Bokaro: छापेमारी के दौरान सुखलाल मांझी के घर में सर्च ऑपरेशन में विस्फोटकों से भरा 3 कार्टून बरामद किया. इस कार्टून में पावर जेल, 5 बंडल जिलेटिन छड़ें और डेटोनेटर सहित कई विस्फोटक सामग्री बरामद की.

बोकारो में 390 पीस जिलेटिन 145 पीस डेटोनेटर को बरामद किया.

Bokaro: झारखंड के बोकारो में उस समय सनसनी मच गई जब वहां भारी मात्रा में विस्फोटक मिलने की खबर मिली. पुलिस ने 390 पीस जिलेटिन (Gelatin) 145 पीस डेटोनेटर (Donator) को बरामद किया. हालांकि इस मामले में पुलिस ने अभी तक कोई गिरफ्तारी नहीं की है. 

SDPO सतीश चंद्र झा ने बताया, 'बुटबरिया में जिस मकान से विस्फोटक जब्त किया गया है वह सुखलाल मांझी का है. हमें गुप्त सूचना मिली थी कि पेंक नारायणपुर थाना क्षेत्र के काछो पंचायत अंतर्गत बुटवरिया गांव में सुखलाल मांझी के मकान में भारी मात्रा में विस्फोटक छिपाकर रखा गया है. इसी सूचना के आधार पर हमनें बोकारो थर्मल थाना प्रभारी रविंद्र कुमार सिंह, पेंक-नारायणपुर थाना प्रभारी सुधांशू श्रीवास्तव, PSI उज्जवल पांडेय, धनंजय कुमार, विवेक तिवारी सहित जवानों की संयुक्त टीम बनाकर छापेमारी की.

ये भी पढ़े-Jharkhand: IOC इंजीनियर ने की आत्महत्या, मौके से मिला सुसाइड नोट

छापेमारी के दौरान सुखलाल मांझी के घर में सर्च ऑपरेशन में विस्फोटकों से भरा 3 कार्टून बरामद किया. इस कार्टून (Cartoon) में पावर जेल, 5 बंडल जिलेटिन छड़ें और डेटोनेटर सहित कई विस्फोटक सामग्री बरामद की. बता दें कि इन विस्फोटकों का उपयोग किसी अपराध को अंजाम देने या नक्सलवाद से संबंधित गतिविधियों के लिए इस्तेमाल करने समेत तमाम पहलुओं से जांच की जा रही है.

ये भी पढ़े-कानून बनने के बाद भी जारी है अत्याचार! फोन पर पति ने 2 बच्चों की मां को दिया 3 तलाक

छापेमारी के वक्त मकान में सुखलाल मांझी की पत्नी और बेटी मौजूद थी, जबकि सुखलाल नदारद था. वहीं मकान में काफी मात्रा में विस्फोटकों के खाली कार्टून मिले हैं. कयास लगाया जा रहा है कि विस्फोटकों का कारोबार काफी लंबे समय से किया जा रहा था. बता दें कि यह क्षेत्र नक्सल प्रभावित तो है ही साथ ही यहां अवैध ढंग से माइंस पत्थरों को तोड़ने आदि के लिए भी विस्फोटक का इस्तेमाल किया जाता है. विस्पोटक का किस काम के लिए इस्तेमाल किया जाना था यह तो जांच का विषय है पर इन लोगों की बड़ी योजना को पुलिस ने विफल कर दिया. वहीं बरामद विस्फोटकों के आधार पर बेरमो के विभिन्न थाना क्षेत्र में सर्च अभियान चलाया जा रहा है.

इधर, DSP सतीश चन्द्र झा ने कहा, 'ये इंडियन एक्सप्लोसिव प्राइवेट लिमिटेड ओरिका के उत्पाद है, लेकिन बेच नंबर उखड़ा हुआ है और छानबीन चल रही है. लाइसेंस (License) धारी सप्लायर को ही ये बेचने का नियम है पर ये विस्पोटक यहां तक कैसे पहुंचा यह जांच का विषय है. 

(इनपुट-मृत्युंजय मिश्रा)