अगर RJD का शासनकाल जंगलराज था, तो इस समय महाजंगलराज: जगदानंद सिंह
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अगर RJD का शासनकाल जंगलराज था, तो इस समय महाजंगलराज: जगदानंद सिंह

जगदानंद सिंह से सीधे तौर पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर निशाना साधा और कहा कि, वर्चुअल सम्मेलन के जरिए वो युवाओं को गुमराह करने का काम कर रहे हैं.

15 साल बनाम 15 साल को लेकर बिहार में राजनीति फिर से तेज हो गई है.(फाइल फोटो)

पटना: 15 साल बनाम 15 साल को लेकर बिहार में राजनीति फिर से तेज हो गई है. लॉकडाउन (Lockdown) से पहले इस मुद्दे पर जेडीयू को बहस की चुनौती देने वाले आरजेडी के प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह, एक फिर मीडिया के सामने आए और कहा कि, हम अपराध समेत हर मुद्दे पर जेडीयू से बहस के लिए तैयार हैं.

RJD राज में कम था अपराध
उन्होंने नेशनल क्राइम ब्यूरो (NCRB) के आकड़ों को फिर से पेश किया और कहा कि, आरजेडी के शासनकाल में अपराध कम थे, जबकि एनडीए (NDA) शासनकाल में अपराध बढ़े हैं. इसलिए अगर आरजेडी का शासनकाल जंगलराज था, तो जेडीयू का महाजंगलराज है.

CM आंकड़ों को झूठलाएं
जगदानंद सिंह से सीधे तौर पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (Nitish Kumar) पर निशाना साधा और कहा कि, वर्चुअल सम्मेलन के जरिए वो युवाओं को गुमराह करने का काम कर रहे हैं. हम सबके सामने सच्चाई को रख रहे हैं. अगर ये गलत है, तो मुख्यमंत्री को सामने आकर इन आंकड़ों को झुठलाना चाहिए.

नीतीश के राज बढ़ा अपराध
उन्होंने कहा कि, 2004 में जब आरजेडी का शासनकाल था, तब एक लाख आबादी पर संगेय अपराध 108 थे, जो 2019 में बढ़कर 222 पहुंच गए हैं. ये आकड़े नेशनल क्राइम ब्यूरो की ओर से जारी किए गए हैं. जगदानंद सिंह ने कहा कि आरजेडी के शासनकाल में सब चीजें बेहतर थीं, लेकिन नीतीश कुमार के नेतृत्व में सरकार बनने के बाद अपराध समेत अन्य सभी आकड़ों में बढ़ोत्तरी हुई.

SC ने सरकार को लगाई थी फटकार
इसके बावजूद अगर आरजेडी का शासनकाल जंगलराज था, तो इस समय महाजंगलराज है. उन्होंने कहा कि इसकी तस्दीक सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court) की ओर से भी की जा चुकी है. कोर्ट ने सरकार को फटकार लगाई है. आरजेडी के प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि, मुख्यमंत्री कह रहे हैं कि 2005 से पहले शाम के बाद लोग घरों से नहीं निकलते थे, ये सही नहीं है. क्या तब बसें और ट्रेनें नहीं चलती थीं. रात्रि सेवा में सैकड़ों बसें तब भी रवाना होती थीं, तब भी लोग घरों से बस पकड़ने के लिए निकलते थे. लोग रात के समय में यात्रा करते थे.

RJD की पहल थी शराबबंदी
आरजेडी के प्रदेश अध्यक्ष ने एक सवाल के जवाब में कहा कि, हम शराबबंदी का विरोध नहीं करते हैं. शराबबंदी तो तब हुई, जब हम सरकार में थी. ये तो हमारी पहल थी, लेकिन हम शराबबंदी के बाद भी जिन लोगों की ओर से शराब की होम डिलेवरी की जा रही है, हम उसका विरोध कर रहे हैं. सरकार क्यों नहीं इस पर रोक लगा पा रही है. हम इसका विरोध करते रहेंगे. शराबबंदी सही फैसला है, लेकिन सरकार उसे सही तरीके से लागू नहीं कर पा रही है.

हमारे समय नरसंहार पर रोक लगी
जगदानंद सिंह ने कहा कि, आरजेडी के शासनकाल में नरसंहार होने की बात कही जाती है, तो हम आपको बता देते हैं कि, बिहार में 1970 में बेलछी से नरसंहार का सिलसिला शुरू हुआ था, जिसे 2000 में आरजेडी के शासनकाल में रोका गया. 2000 से 2005 तक कोई नरसंहार बिहार में नहीं हुआ था, लेकिन राज्य में एनडीए की सरकार आई, तो नरसंहार का सिलसिला फिर शुरू हो गया. हाल में गोपालगंज में नरसंहार हुआ, जिसको लेकर तेजस्वी यादव (Tejashwi Yadav) वहां जाना चाहते थे.

2005 से पहले के हालात बना देंगे
आरजेडी के प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि, अब मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से बिहार नहीं संभल रहा है. उन्हें तेजस्वी यादव के हाथ में बिहार को सौप देना चाहिए. अगर प्रदेश में फिर से हमारी सरकार बनती है, तो हम 1990 से 2005 के बीच में जो हालात थे, उसी तरह से बिहार को बना देंगे. अपराधों पर लगाम लगेगी और अन्य सभी फ्रंट पर सरकार काम करेगी.