महागठबंधन के सामने विधानसभा चुनाव की बड़ी चुनौती, NDA को भी करनी होगी मेहनत
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महागठबंधन के सामने विधानसभा चुनाव की बड़ी चुनौती, NDA को भी करनी होगी मेहनत

बिहार विधानसभा चुनाव में महागठबंधन के पास दोहरी चुनौती तो एनडीए के सामने जीत की लय को बरकरार रखने की चुनौती है.

महागठबंधन के सामने विधानसभा चुनाव की बड़ी चुनौती, NDA को भी करनी होगी मेहनत

पटनाः लोकसभा चुनाव के नतीजे आ चुके हैं. इन नतीजों ने महागठबंधन को बुरी तरह से हिलाकर रख दिया है. अब महागठबंधन के सामने चुनौती दोहरी हो गई है और वो इस लिहाज से भी बिहार में अगले साल विधानसभा चुनाव भी हैं. हालांकि एनडीए के सामने भी शानदार जीत की लय को बरकरार रखने की चुनौती है.

बिहार की सभी 40 लोकसभा सीटों में से 39 सीट पर एनडीए शानदार जीत दर्ज की है. इस जीत से जहां एनडीए विश्वास से लबरेज है. वहीं, आरजेडी की अगुवाई वाला महागठबंधन पूरी तरह पस्त नजर आ रहा है. हालांकि, विधानसभा चुनाव के लिए चुनौती एनडीए और महागठबंधन दोनों के सामने हैं.

आपको बता दें कि, 2014 में भी लोकसभा चुनाव में बीजेपी ने शानदार प्रदर्शन किया था लेकिन 2015 के विधानसभा चुनाव में उसे करारी हार मिली. साथ ही आरजेडी को 2014 लोकसभा चुनाव में 4 सीट मिली थी 2015 के विधानसभा चुनाव में शानदार प्रदर्शन कर 80 सीट जीत कर वापसी कर ली थी. 

आरजेडी उपाध्यक्ष शिवानंद तिवारी को उम्मीदव है कि विधानसभा चुनाव आते-आते बिहार की मौजूदा नीतीश सरकार और केंद्र की एनडीए सरकार बुरी तरह अलोकप्रिय हो जाएगी और उनकी पार्टी की वापसी होगी. हिन्दुस्तानी आवाम मोर्चा के प्रवक्ता विजय यादव के मुताबिक, जो गलती हुई है उसमें सुधार किया जाएगा और महागठबंधन की जोरदार वापसी होगी. लेकिन सवाल है क्या वाकई आरजेडी और उसकी सहयोगी पार्टी वापसी कर सकेगी.

बिहार विधानसभा चुनाव में अभी 6 महीने बाकी हैं. ऐसे में महागठबंधन को लोकसभा चुनाव से अधिक मेहनत करने की जरूरत हैं. जबकि एनडीए की बड़ी जीत जरूर हुई है, लेकिन अगर विधानसभा चुनाव को वह हल्के में नहीं लेगी. क्योंकि 2014 में लोकसभा चुनाव की जीत के बाद बिहार में विधानसभा चुनाव में एनडीए को बड़ी हार मिली थी. ऐसे में उनके लिए भी कड़ी चुनौती जरूर होगी.

आपको बता दें कि बिहार विधानसभा चुनाव 2015 में 243 सीटों में से सबसे अधिक सीट आरजेडी को 80, कांग्रेस को 27 और जेडीयू को 71 सीट मिली थी. उस समय जेडीयू महागठबंधन में थी लेकिन अब वह एनडीए गठबंधन में हैं. वहीं, बीजेपी को 53 सीट और एलजेपी 2 और आरएलएसपी को 2 सीट मिली थी. अब आरएलएसपी महागठबंधन में शामिल है.

2015 चुनाव के रिजल्ट के मुताबिक एनडीए को भी जीत के लिए काफी मेहनत करनी होगी. क्योंकि 2019 की तरह 2014 में भी एनडीए लोकसभा चुनाव जीती थी लेकिन विधानसभा चुनाव में शिकस्त मिली थी.

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