लोकसभा चुनाव 2019: बिहार में 'पिंक बूथ' बना आकर्षण का केंद्र, महिलाएं उठा रही थी सारी जिम्मेदारी
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लोकसभा चुनाव 2019: बिहार में 'पिंक बूथ' बना आकर्षण का केंद्र, महिलाएं उठा रही थी सारी जिम्मेदारी

बिहार में 4 लोकसभा सीटों पर हुए चुनाव में गया में 21 पिंक बूथ बनाए गए थे.

बिहार में पिंक बूथ बनाए गए थे. (फोटो साभारः IANS)

गयाः लोकसभा चुनाव के पहले चरण के मतदान में महिलाओं के सशक्तीकरण तथा मतदान के प्रति महिलाओं को जागरूक करने के उद्देश्य से गया जिले के 21 मतदान केन्द्रों की जिम्मेदारी पूरी तरह महिलाओं को सौंपी गई थी. यहां की सुरक्षा से लेकर मतदान कराने की जिम्मेदारी महिलाओं को सौंपी गई. पिंक बूथ (सखी मतदान केंद्र) को लेकर लोगों में उत्साह भी देखा गया.

गया के सूचना जनसंपर्क अधिकारी नागेंद्र कुमार गुप्ता बताते कि गया जिले में इस चुनाव में 21 सखी मतदान केंद्र बनाए गए थे, जिनमें सात गया शहर में थे. 

उल्लेखनीय है कि वर्ष 2015 में हुए बिहार विधानसभा चुनाव के दौरान गया में ऐसे सात मतदान केंद्र बनाकर इसकी शुरुआत की गई थी. इस सफलता से उत्साहित प्रशासन ने इस चुनाव में भी 21 ऐसे मतदान केंद्र बनाए थे. 

गया के जिलाधिकारी अभिषेक सिंह ने बताया, "गया में ग्रामीण क्षेत्रों में भी ऐसे मतदान केंद्र बनाए गए. इन मतदान केंद्रों पर यहां पर्यवेक्षक, मतदान एजेंट, मतदान पदाधिकारी, सुरक्षाकर्मी सभी महिलाएं थी."

चुनाव आयोग के एक अधिकारी ने बताया, "इन केन्द्रों पर तैनात महिलाकर्मियों की टीम को विशेष प्रशिक्षण दिया गया. इन मतदान केन्द्रों पर कर्मचारी ही नहीं, बल्कि सुरक्षा की भी जिम्मेदारी महिला दल को सौंपी गई थी. मत देने के लिए मतदाताओं को इंतजार करने के लिए कुर्सी की सुविधा दी गई तथा पेयजल सहित कई अन्य सुविधाएं भी उपलब्ध थे."

अधिकारी ने कहा कि मतदान करने आईं महिलाओं के साथ अगर बच्चे आते हैं तो उन बच्चों के लिए खिलौनों का इंतजाम भी किया गया है. 

महिलाओं के कतार में खड़े रहने के दौरान बच्चे इन खिलौनों के साथ खेलने में व्यस्त देखे गए. बच्चों की देखभाल और सुरक्षा का जिम्मा वहां तैनात महिला सुरक्षाकर्मियों ने संभाल रखा था. इन केन्द्रों पर सुबह से ही मतदाताओं की भीड़ जुटी थी. 

गया के नक्सल प्रभावित बाराचट्टी का मध्य विद्यालय, अदलपुर और मध्य विद्यालय, घोड़सारी मतदान केंद्र लोगों को खूब पसंद आए. यहां गुलाबी रंग के ही तोरण द्वार बनाए गए हैं. मतदाताओं को जागरूक करने वाली अपील है. यहां मतदानकर्मी भी गुलाबी परिधान में हैं. वर्दीधारी महिलाएं बाह पर गुलाबी पट्टियां बांधी हुई दिखीं. 

मतदाताओं के लिए सोफा, कूलर, पंखा के साथ शुद्घ व शीतल पेयजल की व्यवस्था की गई है. इन केंद्रों पर गुलाब देकर मतदाताओं का स्वागत किया जा रहा था.

इन सभी मतदान केंद्रों को फूलों और होर्डिग्स से खूबसूरत तरीके से सजाया गया था. 

अदलपुर के मतदाता अंकेश प्रसाद कहते हैं, "गांव में इस तरह का मतदान केंद्र पहली बार देखा है. इस बार मतदान केंद्र पर जैसे मेला लगा हुआ है. पहले तो मतदान केंद्रों पर ठीक से खड़ा होने तक का स्थान नहीं होता था."

बाराचट्टी के प्रखंड विकास पदाधिकारी पंकज कुमार ने आईएएनएस से कहा, "पिंक व सखी मतदान केंद्रों पर महिला मतदानकर्मी ही हैं. इसका उद्देश्य विशेषकर महिला मतदाताओं को जागरूक करना है. ऐसे केंद्रों का उद्देश्य यह बताने की कोशिश है कि महिलाएं अब हर क्षेत्र में आ गई हैं. वे चुनाव भी करा सकती हैं." उनका कहना है कि इससे मतदाता उत्साहित हैं, इस कारण मतदान में भी वृद्घि तय है. 

गया जिले के तीन विधानसभा क्षेत्र औरंगाबाद संसदीय क्षेत्र में हैं, जबकि छह विधानसभा क्षेत्र गया संसदीय क्षेत्र का हिस्सा हैं. 

बिहार की लोकसभा की कुल 40 सीटों के लिए सभी सात चरणों में मतदान होना है. गुरुवार को चार लोकसभा क्षेत्रों में मतदान हो रहा है. मतगणना 23 मई को होगी.