तेज प्रताप यादव के बयान पर बिहार में सियासी भूचाल आ गया है. जनता दल यूनाइेट ने तेज प्रताप के बयान पर कड़ा विरोध जताया है. जेडीयू प्रवक्ता राजीव रंजन ने कहा है कि मुझे लगता है कि उन्हें मानसिक चिकित्सक की जरूरत है.
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पटना: बिहार में इस साल के अंत में विधानसभा चुनाव होने हैं. इस पहले राज्य की सियासत गर्मा गई है. इस सियासी जंग में नेताओं की तरफ से आरोप-प्रत्यारोप का सिलसिला भी अपने परवान चढ़ चुका है. नेताओं के तरकस से आए दिन सियासी बयानबाजी हो रही है. इस दौरान कुछ नेताओं की जुबानी भी फिसल जाती है. हालांकि, राजनीति मर्यादाओं और विचारधाराओं की होती है, लेकिन इसके बावजूद नेताओं की तरफ से विवादित बयान देने का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है.
इस बार एक और बयान ने बिहार में सियासी हलचल मचा दी है. दरअसल, राष्ट्रीय जनता दल (RJD) के सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव (Lalu Prasad Yadav) के बड़े बेटे और बिहार के पूर्व स्वास्थ्य मंत्री तेज प्रताप यादव (Tej Pratap Yadav) ने एक बार फिर विवादित बयान दिया है. गुरुवार को वैशाली में जनता को संबोधित करते हुए तेज प्रताप यादव ने नीतीश कुमार (Nitish Kumar) पर विवादित बयान दिया है. उन्होंने कहा, '2020 में किसका वध होगा', इसके बाद जनता की तरफ आवाज आती है 'बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का वध होगा.'
तेज प्रताप यादव ने यहीं पर नहीं रूके, उन्होंने आगे कहा, 'ये हमें बोलने की जरूरत नहीं है, आप लोग भली-भांति जानते हैं कि हमारा बिहार किस दौर से गुजर रहा है.' बता दें कि ये कोई पहला मौका नहीं है जब तेज प्रताप यादव ने इस तरह का बयान दिया है. इससे पहले भी तेज प्रताप यादव अपने बयानों के चलते मीडिया की सुर्खियां बनें रहते हैं.
Bihar: Rashtriya Janata Dal leader Tej Pratap Yadav asks crowd in Vaishali - '2020 me kiska vadh hoga?' People in the crowd reply - 'Nitish ka'. (20.02.2020) pic.twitter.com/x3xZdTYKys
— ANI (@ANI) February 21, 2020
इधर, तेज प्रताप यादव के बयान पर बिहार में सियासी भूचाल आ गया है. जनता दल यूनाइेट ने तेज प्रताप के बयान पर कड़ा विरोध जताया है. जेडीयू प्रवक्ता राजीव रंजन ने कहा है कि मुझे लगता है कि उन्हें मानसिक चिकित्सक की जरूरत है. कई बार उनके बयान ऐसे होते हैं कि उनके दल के नेताओं से भी प्रतिक्रिया देते नहीं बनता.
जेडीयू प्रवक्ता ने कहा कि जनता ने मन बना लिया है कि इस बार आरजेडी खत्म हो जाए. भ्रष्टाचार, परिवारवाद और मौकापरस्त आरजेडी की पुरानी संस्कृति है. वहीं, बीजेपी प्रवक्ता अजीत चौधरी ने कहा कि यह काफी दुर्भाग्यपूर्ण बयान है. आरजेडी के अंदर तेज प्रताप यादव को गंभीरता से नहीं लिया जाता है.
अजीत चौधरी ने कहा अपनी सीट बचाने के लिए तेज प्रताप यादव इधर-उधर घूम रहे हैं. उन्होंने कहा कि आरजेडी के कार्यकाल में गरीबों-दलितों को वध किया जाता था, उसी की याद कर रहे हैं और तेज प्रताप उसी भाषा को बोल भी रहे हैं.