गिरिराज सिंह के आर्टिकल 35ए पर दिए बयान से बिहार में सियासी संग्राम, JDU के बाद RJD ने भी साधा निशाना
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गिरिराज सिंह के आर्टिकल 35ए पर दिए बयान से बिहार में सियासी संग्राम, JDU के बाद RJD ने भी साधा निशाना

राजीव रंजन ने कहा है कि पार्टी कभी भी विवादित विषयों पर भारतीय जनता पार्टी के साथ खड़ी नहीं होगी चाहे वो धारा 370 का मामला हो या 35 ए. बतौर राजीव रंजन, कश्मीर को पुरखों की तरफ से कुछ चीजें मिली हैं जिससे छेड़छाड़ संभव नहीं है. 

जेडीयू के बाद आरजेडी ने भी गिरिराज सिंह पर निशाना साधा है.

पटना: केन्द्र में मंत्री और बेगूसराय से सांसद गिरिराज सिंह के ट्वीट की वजह से एक बार फिर बिहार में राजनीतिक भूचाल आ गया है. ट्वीट में उन्होंने लिखा है कि, 'कई विपक्षी दल कश्मीर का विकास नहीं चाहते, वो वहां के लोगों को 35ए के नाम पर डराते रहते हैं. कश्मीर में विकास की अपार संभावनाएं हैं, यह दूसरा स्विट्जरलैंड बन सकता है अगर इसमें फारूक अब्दुल्ला और महबूबा मुफ्ती जैसे लोग बाधक न बने.'

अब इस ट्वीट पर बिहार में बीजेपी की सहयोगी जनता दल यूनाइटेड ने अपनी आंखें तिरछी कर ली हैं. पार्टी के प्रवक्ता राजीव रंजन ने गिरिराज सिंह के ट्वीट पर जोरदार हमला बोला है. राजीव रंजन ने कहा है कि, गिरिराज सिंह के बयान से जेडीयू पूरी तरह असहमत है. कश्मीर में फारूक अब्दुल्ला पिछले 40 साल से सियासत के केन्द्र में रहे हैं और उन्होंने कई सरकारों के साथ जम्मू कश्मीर और केन्द्र में भी मिलकर काम किया है.

इसी तरह महबूबा मुफ्ती भी कश्मीर की बड़ी नेता हैं और उनका एक अहम रोल है. राजीव रंजन ने कहा है कि पार्टी कभी भी विवादित विषयों पर भारतीय जनता पार्टी के साथ खड़ी नहीं होगी चाहे वो धारा 370 का मामला हो या 35 ए. बतौर राजीव रंजन, कश्मीर को पुरखों की तरफ से कुछ चीजें मिली हैं जिससे छेड़छाड़ संभव नहीं है. गिरिराज सिंह अपनी राय रखने के लिए स्वतंत्र है लेकिन जेडीयू की राय बिल्कुल साफ है.

वहीं, गिरिराज सिंह की ट्वीट पर आरजेडी ने ही बीजेपी से सवाल खड़े कर दिए हैं. पार्टी नेता और पूर्व मंत्री शिवचंद्र राम ने कहा है कि बेहतर हो कि गिरिराज सिंह मंत्री पद छोड़कर प्रवक्ता बन जाएं. शिवचंद्र राम ने बीजेपी को याद दिलाते हुए कहा है कि अब महबूबा मुफ्ती उनके लिए विकास की बाधक है, तब बीजेपी कहां थी जब उसने महबूबा मुफ्ती की पार्टी के साथ मिलकर जम्मू कश्मीर में सरकार बनाई थी. तब बीजेपी को महबूबा मुफ्ती या मुफ्ती मोहम्मद सईद में कोई बुराई नहीं दिखी.

शिवचंद्र राम ने साथ ही कहा है कि गिरिराज सिंह किस तरह से तय करते हैं कि विकास का बाधक कौन है. गिरिराज सिंह खुद बताएं कि मंत्री रहते बिहार को उनसे क्या मिला. दरअसल बीजेपी को वो पार्टी या नेता अच्छे लगते हैं जिसके साथ वो सरकार बनाती है और चलाती है. शिवचंद्र राम ने कहा कि बीजेपी विकास की नहीं विनाश की बात कर रही है. 

गिरिराज सिंह के ट्वीट पर जो सियासी बवंडर होना था वो हो गया लेकिन पूरे मसले में जेडीयू ने भी अपनी नीति को साफ कर दिया है. पहले तीन तलाक पर संसद में उसका स्टैंड और अब कश्मीर और 35 ए पर भी जेडीयू ने अपनी मंशा जाहिर कर दी है.