ललन सिंह ने कहा कि 1996 में एनडीए के एजेंडे में लिखा गया था कि हम जम्मू-कश्मीर में जारी अनुच्छेद 370 के साथ छेड़छाड़ नहीं करेंगे.
Trending Photos
नई दिल्ली/पटना : राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) की सहयोगी और बिहार में भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के साथ मिलकर सरकार चला रही जनता दल युनाइटेड (जेडीयू) ने राज्यसभा की तरह लोकसभा में भी धारा 370 के मुद्दे पर सदन का बहिष्कार किया है. पार्टी के सांसद ललन सिंह ने सदन में अपनी पार्टी का पक्ष रखते हुए कहा कि हमारी पार्टी 1996 से ही इस मत में है कि धारा 370 के साथ किसी तरह का छेड़छाड़ नहीं हो. इसलिए हम सदन का बहिष्कार करते हैं.
ललन सिंह ने कहा कि 1996 में एनडीए के एजेंडे में लिखा गया था कि हम जम्मू-कश्मीर में जारी अनुच्छेद 370 के साथ छेड़छाड़ नहीं करेंगे. साथ ही उन्होंने कहा कि हमारी पार्टी विवादास्पद मुद्दों में भागीदार नहीं हो सकते हैं, इसलिए हम सदन का बहिष्कार करते हैं. इसके साथ ही जेडीयू के सभी सदस्य सदन के बाहर चले गए.
विपक्ष का कहना है कि जेडीयू केवल अपने वोट बैंक के लिए सरकार के प्रस्ताव का विरोध कर रही है. केवल लोगों को जता रही है कि वह विरोध कर रही है. जनता के आखों में धूल झोंक रही है. आरजेडी के नेता जय प्रकाश यादव ने कहा कि जेडीयू का यह कैसा विरोध है. विरोध करते हैं ठीक है, लेकिन जब संसद में विरोध में वोट करने की बारी आती है तो सदन से बाहर चले जाते हैं.
तीन तलाक बिल पर जेडीयू ने विरोध जताया था. पार्टी का कहना था कि वह तीन तलाक बिल पर बीजेपी का सहयोग नहीं करती है. जेडीयू ने राज्यसभा में इसके विरोध में वोट नहीं किया बल्कि, सभी सांसद सदन से बाहर चले गए थे. लोकसभा में भई इसी को दोहराया गया. जेडीयू के वोट नहीं देने के बावजूद सरकार इसे सफलतापूर्वक पूर्ण बहुमत के साथ राज्यसभा से पास करवा ली.
लाइव टीवी देखें-: