जिले के तीन प्रखंड क्षेत्रों में बैड़े पैमाने पर अफीम की खेती हो रही है. झारखंड सरकार में मंत्री का गांव भी इससे वंचित नहीं है.
Trending Photos
खूंटी : झारखंड का खूंटी जिले को लोग 'उड़ता खूंटी' के नाम से पुकारने लगे हैं. यहां की धरती पर गुलाबी, सफेद और लाल रंग के लहलहाते फसल देखकर लोगों की जुबान पर अफगानिस्तान का नाम आ जाता है. खूंटी पुलिस अवैध अफीम के खिलाफ लगातार अभियान चला रही है और खेतों तक पहुंच कर खेती को नष्ट करने का सिलसिला जारी है.
जिले के तीन प्रखंड क्षेत्रों में बैड़े पैमाने पर अफीम की खेती हो रही है. झारखंड सरकार में मंत्री का गांव भी इससे वंचित नहीं है. खूंची के माहिल में जंगलों के बीच अफीम की खेती हो रही है. सूचना मिलते ही पुलिस उसे नष्ट करने के लिए पहुंची. पुलिस के साथ जी मिडिया की टीम भी मौके पर पहुंची.
खेतों पर देखा गया कि दो तस्कर अफीम की फसल पर चीरा (गीला अफीम) लगाने का काम कर रहे थे. 10 सेकेंड के इंतजार के बाद पुलिस ने खेतों को चारों तरफ से घेर लिया, लेकिन पुलिस को देखते ही तस्कर भागने लगे. एक तो भागने में सफल रहा, लेकिन एक को पुलिस ने धर दबोचा.
खूंटी पुलिस ने अब तक एक हजार एकड़ से अधिक जमीन पर अफीम की फसलों को नष्ट कर चुकी है, जबकि 80 किलो गीले अफीम के साथ 26 तस्करों को भी गिरफ्तार कर चुकी है. इसके बावजूद खेतों से अफीम निकालने का सिलसिला जारी है. खेतों में काम करने वाले तस्कर ज्यादातर ग्रामीणों को खेत बुलाकर चीरा लगवाने का काम करते हैं और अगर इसी दौरान पुलिस पहुंच जाए तो वे भाग जाते हैं. फिलहाल ग्रामीण पुलिस हिरासत में हैं.