झारखंड महागठबंधन में सीट शेयरिंग का ऐलान, 7+4+2+1 का फॉर्मूला तय
Advertisement
trendingNow0/india/bihar-jharkhand/bihar509167

झारखंड महागठबंधन में सीट शेयरिंग का ऐलान, 7+4+2+1 का फॉर्मूला तय

झारखंड महागठबंधन में सीट शेयरिंग का फॉर्मूला तय कर दिया गया है. जिसमें कांग्रेस सबसे अधिक 7 सीटों पर चुनाव लड़ेगी.

झारखंड महागठबंधन में सीट शेयरिंग के फॉर्मूले का ऐलान कर दिया गया है.

रांचीः झारखंड में महागठबंधन में सीट शेयरिंग के फॉर्मूला का ऐलान कर दिया गया है. जिसमें कांग्रेस सबसे अधिक 7 सीटों पर चुनाव लड़ेगी. वहीं, जेएमएम 4, जेवीएम 2 और आरजेडी को 1 सीट दिया गया है. हालांकि वामदलों को लेकर सीटों का ऐलान नहीं किया गया है. वहीं, आरजेडी ने जो 2 सीट की मांग की थी लेकिन उन्हें 1 सीट ही दिया गया है.

जेएमएम अध्यक्ष शिबू सोरेन के आवास पर कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार, हेमंत सोरेन और बाबूलाल मरांडी ने सीट शेयरिंगा का ऐलान किया. हालांकि आरजेडी ने इस कॉन्फ्रेंस में भाग नहीं लिया. प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार ने सीट शेयरिंग फॉर्मूला का ऐलान करते हुए कहा कि लोकसभा चुनाव में कांग्रेस झारखंड में नेतृत्व करेगी. वहीं, विधानसभा चुनाव में जेएमएम के नेतृत्व लड़ने की बात कही.

अजय कुमार ने बताया कि झारखंड में कांग्रेस 7 सीट जिसमें रांची, खूंटी, लोहरदग्गा, धनबाद, चतरा, हजारीबाग और चाईंबासा शामिल है. जेएमएम 4 सीट दुमका, राजमहल, गिरिडीह, जमशेदपुर पर चुनाव लड़ेगी. जेवीएम 2 सीट कोडरमा और गड्डा सीट पर उतरेगी. साथ ही अजय कुमार ने कहा कि आरजेडी के लिए पलामू सीट छोड़ दिया गया है. उन्होंने कहा कि आरजेडी की दो सीट की मांग थी लेकिन उन्हें समझाने की कोशिश की गई. साथ ही आगे भी उन्हें समझाने की कोशिश की जाएगी.

हालांकि आरजेडी का कहना है कि वह पलामू के साथ-साथ चतरा पर फ्रैंडली चुनाव लड़ेंगे. वहीं, कांग्रेस ने कहा कि पलामू में यूपीए का कोई कैंडिडेट नहीं खड़ा किया जाएगा.

कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि झारखंड महागठबंधन में वामपंथी दलों को भी साथ लाने की कोशिश की गई. लेकिन उनसे बातचीत नहीं हो पाई है. पूरे घटक दल की इच्छा थी कि उन्हें एक सीट कोडरमा छोड़ कर दिया जाएगा, लेकिन कोई बातचीत नहीं हो पाई है.

उन्होंने बताया कि सभी दलों ने मिलकर यह भी फैसला किया है कि किसी भी दल से एक अल्पसंख्यक को राज्यसभा भेजा जाएगा. साथ ही यह कहा गया कि चुनाव में अगर कोई भी लोग अलग चुनाव लड़ने का फैसला करते हैं तो उन्हें पार्टी से निष्कासित कर दिया जाएगा.