झारखंड में दिखा पुलिस का खौफ, बलात्कार के आरोपी ने गिरफ्तारी के डर से काटा अपना गला
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झारखंड में दिखा पुलिस का खौफ, बलात्कार के आरोपी ने गिरफ्तारी के डर से काटा अपना गला

Chaibasa Samachar: पुलिस की गिरफ्तारी से बचने के लिए शख्स ने कमरे में बंद होकर चाकू से खुद का गला काट लिया. घायल व्यक्ति हॉस्पिटल में जिंदगी और मौत के बीच संघर्ष कर रहा है.

बलात्कार के आरोपी ने गिरफ्तारी के डर से काटा अपना गला (प्रतीकात्मक तस्वीर)

Chaibasa: झारखंड के चाईबासा में एक चौंका देने वाला मामला सामने आया है. यहां पुलिस की गिरफ्तारी से खौफ खाए एक शख्स ने खुद का गला काट कर आत्महत्या करने की कोशिश की है. ये मामला मुफ्फसिल थाना क्षेत्र के बरकेला गांव का है. जहां पुलिस की गिरफ्तारी से बचने के लिए शख्स ने कमरे में बंद होकर चाकू से खुद का गला काट लिया. घायल व्यक्ति हॉस्पिटल में जिंदगी और मौत के बीच संघर्ष कर रहा है.

जानकारी के अनुसार, चाईबासा पुलिस बरकेला गांव आरोपी को गिरफ्तार करने गई थी. लेकिन पुलिस को देख आरोपी घर में कमरे का दरवाजा अंदर से बंद कर छुप गया. जब पुलिस दरवाजा तोड़ अन्दर पहुंची तो युवक का गला कटा हुआ पाया. युवक के गले से खून की धारा बह रही थी. यह देख युवक को गिरफ्तार करने मौके पर पहुंची पुलिस के होश उड़ गए.

आनन-फानन में युवक को चाईबासा सदर अस्पताल ले जाया गया. जहां युवक की नाजुक हालत को देख उसे मरहम पट्टी कर जमशेदपुर एमजीएम रेफर किया गया. जमशेदपुर एमजीएम में भी युवक का ईलाज संभव ना हो पाया, युवक की गंभीर हालत को देख उसे जमशेदपुर से भी रांची रिम्स रेफर किया गया है.

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जानकारी के अनुसार, सोनाराम एक नाबालिग से दुष्कर्म के मामले में आरोपी है. पुलिस ने सोनाराम पर पोस्को एक्ट के तहत रेप का मामला दर्ज किया है. पुलिस आरोपी सोनाराम की तलाश में हर जगह छापेमारी कर रही थी. इसी दौरान पता चला की सोनाराम मुफ्फसिल थाना क्षेत्र के नक्सल प्रभावित बरकेला गांव में अपने रिश्तेदार के घर पर छुपा हुआ है. जिसके बाद पुलिस ने दलबल के साथ घर में धावा बोला दिया. ये देखकर सोनाराम घबरा गया, खौफ के मारे वह घर के एक कमरे में जा छुपा.

 जब पुलिस दरवाजा तोड़ कमरे के अन्दर गई तो सोनाराम को लहुलुहान पाया. उसने पुलिस की गिरफ्तारी से बचने के लिए धारदार चाकू से खुद का गला काटकर आत्महत्या करने कि कोशिश की.

वहीं, सोनाराम का कहना है की पुलिस लगातार उसे परेशान कर रही थी. पुलिस के द्वारा उसे रेप के फर्जी मामले में फंसाया गया है. जिस दुष्कर्म के मामले में उसे आरोपी बनाया गया है वह ऐसे किसी काण्ड में शामिल ही नहीं है. लगातार पुलिस के दबाव से वह इतना खौफजदा हो गया था की उसने खुद की जान ले लेने की सोची ली .

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इधर, चाईबासा के एसडीपीओ दिलीप खलखो का कहना है कि 'POCSO एक्ट के तहत आरोपी सोनाराम लगातार पुलिस को चकमा देने के लिए भागा-भागा फिर रहा था. वो पुलिस के सामने सरेंडर ही नहीं कर रहा था. पुलिस लगातार उसकी तलाश में छापेमारी कर रही थी. इसी क्रम में गुप्त सुचना पर जब पुलिस सोनाराम तक पहुंच गई तो सोनाराम डर गया और डर के कारण उसने खुद का गला काट लिया.'

एसडीपीओ ने बताया कि पुलिस ने आरोपी को बचाने के लिए त्वरित कार्रवाई करते हुए उसे मेडिकल की सारी सुविधा तत्काल मुहैया कराई. प्रशासन लगातार सोनाराम बचाने के लिए कार्य कर रही है.

 

(इनपुट-आनंद प्रियदर्शी)