झारखंड : साड़ियों पर पेंटिंग कर आत्मनिर्भर हो रही हैं महिलाएं
Advertisement

झारखंड : साड़ियों पर पेंटिंग कर आत्मनिर्भर हो रही हैं महिलाएं

कई महिलाएं मयूराक्षी ब्रांड की साड़ियों पर पेंटिंग कर अच्छी कमाई कर रही है साथ ही जादोपटिया, सोहराई, कोहबर जैसी कलाओं को भी मयूराक्षी सिल्क पर उकेर रही हैं.

झारखंड : साड़ियों पर पेंटिंग कर आत्मनिर्भर हो रही हैं महिलाएं

रघुवर सरकार के प्रयास से दुमका की महिलाएं आत्मनिर्भर हो रही हैं. अग्र परियोजना विभाग ने महिलाओं को प्रशिक्षण दिया है जिसके बाद ये मयूराक्षी सिल्क की साड़ियों पर पेंटिंग कर रही हैं जिससे इन्हें अच्छी खासी आमदनी हो रही है साथ ही मयूराक्षी ब्रांड को एक नई पहचान भी मिल रही है.

रघुवर सरकार के एक हजार दिन पूरे होने पर दुमका को मयूराक्षी सिल्क का तोहफा मिला था जिसका मकसद तसर रेशम के कपड़े के निर्माण से जोड़कर महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाना था. सरकार की ये कोशिश अब रंग ला रही है. कई महिलाएं मयूराक्षी ब्रांड की साड़ियों पर पेंटिंग कर अच्छी कमाई कर रही है साथ ही जादोपटिया, सोहराई, कोहबर जैसी कलाओं को भी मयूराक्षी सिल्क पर उकेर रही हैं.

वहीं दुमका के उपायुक्त की माने तो आने वाले समय में मयूराक्षी सिल्क एक बड़ा ब्रांड होगा। मयूराक्षी सिल्क के जरिये दुमका को एक अलग पहचान मिलेगी साथ ही आने वाले समय में 25 हजार परिवार को रोजगार भी मिलेगा.

मयूराक्षी सिल्क ब्रांड की बढ़ती संभावनाओ ने दुमका की महिलाओं के चेहरे पर मुस्कान ला दी हैं। रघुवर सरकार का ही प्रयास है कि आदिवासी बहुल संथाल परगना की महिलाएं अपनी आर्थिक तंगी से बाहर निकल कर स्वावलंबन की राह पर हैं.

(Exclusive Feature)