Dhanbad: देश में पीएम मोदी के द्वारा सफाई अभियान चलाया गया था. स्वच्छ भारत मिशन के दौरान सभी से सफाई की करने और लोगों में जागरूकता पैदा की गई थी. लेकिन वहीं झारखंड के गिरिडीह के सदर अस्पताल में इन दिनों जगह-जगह कचरे का अंबार लगा हुआ है. जिसके कारण इलाज के लिए पहुंच रहे मरीज व उनके परिजनों को गंदगी की वजह से काफी परेशानी झेलनी पड़ रही है. 


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लोगों को और बीमार होने का है डर
गिरिडीह सदर अस्पताल में इन दिनों हर जगह गंदगी दिखाई दे रही है. अस्पताल में जगह-जगह कचरे का अंबार लगा हुआ है. जिससे अस्पताल में मरीजों को खासी दिक्कत हो रही है. सदर अस्पताल में लोग अपने इलाज के लिए जाते हैं. लेकिन वहां पर हर जगह कचरा फैला हुआ है जिसके कारण लोगों को और बीमार होने का डर बना हुआ है. अस्पताल में कचरे के अंबार को देख कर पता लगाया जा सकता है कि अस्पताल प्रबंधक इन दिनों साफ सफाई पर जरा भी ध्यान नहीं दे रहा है. इस तरह की गंदगी से जाहिर होता है कि सदर अस्पताल को खुद इन दिनों इलाज की जरूरत है. 


सामग्री व मेडिकल से संबंधित डिस्पोजल  सामान का ढेर लगा
सदर अस्पताल परिसर में पोस्टमार्टम विभाग के बगल में सबसे ज्यादा कचरे का ढेर लगा हुआ है. पोस्टमार्टम के दौरान प्रयोग किए जाने वाले सामग्री व मेडिकल से संबंधित डिस्पोजल सामान को ढेर में डालने से कचरे का अंबार बन गया है. इसके अलावा इस्तेमाल किए गए निडिल, सिरिंच, स्लाईन किया गया खाली बोतल, प्लास्टिक पाइप, रूई, कार्टन, प्लास्टिक समेत अन्य सामान का ढेर लगा हुआ है. कई दिनों से सफाई नहीं होने से दिन प्रतिदिन कचरों का अंबार बढ़ता जा रहा है. इलाज करवाने पहुंच रहे परिजनों का कहना है कि अस्पताल परिसर में एक विभाग से दूसरे विभाग जाने के दौरान नाक दबा कर आना जाना पड़ता है. 


कचरे के कारण बदबू फैली रहती है
गंदगी के कारण अस्पताल में हमेशा बदबू की महक फैली हुई रहती है. कचरे के कारण मच्छरों का प्रकोप भी बढ़ गया है. रात को मच्छर के कारण चैन से मरीज के परिजन अस्पताल में सो नहीं पाते हैं. लोगों ने अस्पताल प्रबंधन से जल्द से जल्द कूड़ा कचरा को हटाने की मांग की है. ताकि इलाज कराने पहुंच रहे व्यक्ति स्वस्थ होकर घर पहुंचे ना कि और बीमार होकर. लोगों का कहना है कि यदि इस तरह से कचरा फैला हुआ रहा तो बीमारी का खतरा और बढ़ जाएगा.


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